चुनाव आयोग ने 14 अक्टूबर को 3 बजे एक प्रेस कांफ्रेंस बुलाई है। उम्मीद है कि इस कांफ्रेंस में हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान होने की उम्मीद जताई जा रही है। बता दें कि गुजरात में भी चुनाव होने वाले हैं, लेकिन माना जा रहा है कि इसकी तारीखें बाद में घोषित की जाएंगी। इसके पीछे की वजह यह मानी जा रही है कि चुनाव आयोग का एक दल 15 अक्टूबर को गुजरात जाने वाला है।
गुजरात और हिमाचल विधानसभा चुनाव से जुड़े 10 प्वाइंट्स…
गुजरात विधानसभा का कार्यकाल इसी साल दिसंबर में खत्म हो रहा है। तो वहीं, हिमाचल प्रदेश विधानसभा का कार्यकाल 8 जनवरी 2023 को समाप्त होगा। अभी दोनों राज्यों में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की सरकार है।
गुजरात में विधानसभा की कुल 182 सीटें हैं। साल 2017 में हुए चुनाव में बीजेपी ने 99 सीटों पर जीत दर्ज की थी। जबकि कांग्रेस दूसरी सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर उभरी थी और 77 सीटें अपने नाम की थी। 6 सीटें अन्य के खाते में गई थीं।
गुजरात में अभी 4 करोड़ 35 लाख 46 हजार 956 पंजीकृत मतदाता हैं। 2017 में हुए विधानसभा चुनाव में 69.01 प्रतिशत मतदान हुआ था। राज्य की 182 विधानसभा सीटों में 13 सीटें अनुसुचित जाति, 27 सीटें अनुसूचित जनजाती के लिए रिजर्व हैं।
इस बार आम आदमी पार्टी (AAP) की एंट्री के बाद सूबे का विधानसभा चुनाव और दिलचस्प होने की संभावना है। पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल, डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया समेत पार्टी के तमाम नेता लगातार गुजरात में सभाएं कर रहे हैं।
आपको बता दें कि AAP ने पंजाब के पिछले चुनाव में बड़ा उलटफेर करते हुए सत्ता हासिल कर ली थी। पंजाब के नतीजों के बाद से ही पार्टी गुजरात को लेकर काफी आशान्वित है।
हालांकि हाल के दिनों में AAP गुजरात के अध्यक्ष गोपाल इटालिया के कई बयान पार्टी के लिए सिरदर्द भी बने। जिसमें से एक बयान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से जुड़ा था। इस मसले पर राष्ट्रीय महिला आयोग ने गोपाल को समन भी जारी किया और पूछताछ की। बीजेपी, गोपाल इटालिया के इन्हीं बयानों को राज्य में मुद्दा बना रही है और हमलावर है।
हिमाचल प्रदेश की बात करें तो 2017 के चुनाव में कुल 68 सीटों में से बीजेपी ने 44 सीटें हासिल कर प्रचंड बहुमत से सरकार बनाई थी। हालांकि तब बीजेपी के सीएम पद के उम्मीदवार रहे प्रेम कुमार धूमल अपनी ही सीट हार गए थे।
हिमाचल प्रदेश के पिछले चुनाव में कांग्रेस को 21 सीटें मिली थीं। 2017 के बाद से राज्य में सियासी स्थितियां काफी बदली हैं। ऐसे में इस बार का चुनाव और दिलचस्प होने वाला है।
पहाड़ी राज्य हिमाचल प्रदेश में मौजूदा समय में भाजपा की सरकार है। ऐसे में बीजेपी इस चुनाव को जीतने की पूरी कोशिश में हैं।बता दें कि राज्य में मौजूदा कार्यकाल 8 जनवरी 2023 को समाप्त हो रहा है।
हिमाचल प्रदेश में 53 लाख 76 हजार 77 रजिस्टर्ड वोटर्स हैं। राज्य के पिछले विधानसभा चुनाव में 75.28 प्रतिशत लोगों ने वोट डाला था।