कारगिल युद्ध के शहीदों को श्रद्धांजलि देने पहुंचे लद्दाख पहुंचे रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार को पड़ोसी देश पाकिस्तान को कड़ी चेतावनी दी। रक्षा मंत्री ने पाकिस्तान को ललकारते हुए दो टूक शब्दों में कहा कि ‘कारगिल के समय हमने एलओसी पार नहीं की लेकिन पाकिस्तान ने यदि हमें छेड़ा या हमें जरूरत पड़ी तो एलओसी पार करने से हम हिचकेंगे नहीं।’ रक्षा मंत्री ने बताया-क्यों LoC के पार नहीं गएराजनाथ ने कहा कि ‘1999 के कारगिल युद्ध में भारतीय सेना नियंत्रण रेखा के उस पार नहीं गई लेकिन इसका मतलब यह नहीं था कि हमारे अंदर काबिलियत नहीं थी बल्कि भारत ने अंतरराष्ट्रीय संधियों एवं समझौतों का सम्मान किया। रक्षा मंत्री ने कहा कि साफ शब्दों में कहा कि पाकिस्तान ने अगर हमें छेड़ा या हमें जरूरत पड़ी तो भविष्य में LoC पार करने में देरी नहीं करेंगे।’
जंग दो देशों के बीच लड़ा जाता है-राजनाथ
रक्षा मंत्री ने कहा, ‘जंग केवल दो सेनाओं के बीच नहीं लड़ा जाता बल्कि यह दो देशों के बीच होता है। 26 जुलाई 1999 को कारगिल युद्ध जीतने के बाद हमारी सेनाएं नियंत्रण रेखा को पार नहीं कीं। ऐसा केवल इसलिए हुआ क्योंकि हम एक शांतिप्रिय देश हैं। हम भारतीय मूल्यों में विश्वास करते हैं। हम अंतरराष्ट्रीय कानूनों का सम्मान करते हैं। उस समय हमने LoC को पार नहीं किया इसका मतलब यह नहीं है कि हम एलओसी के उस पार नहीं जा सकते थे।’
‘हम एलओसी क्रास कर सकते थे
रक्षा मंत्री ने पाकिस्तान को चेतावनी देते हुए कहा कि ‘हम एलओसी क्रास कर सकते थे…हम एलओसी क्रास कर सकते हैं। मैं देशवासियों को भरोसा दिलाना चाहता हूं कि हमें अगर छेड़ा गया या जरूरत पड़ी तो हम भविष्य में एलओसी क्रास करेंगे।’हमने दुनिया को भी दिया संदेश-रक्षा मंत्री रक्षा मंत्री ने आगे कहा कि कारगिल का युद्ध भारत पर थोपा गया। उस समय भारत ने पाकिस्तान से बातचीत के जरिए मुद्दों का समाधान निकालने की कोशिश की। ऑपरेशन विजय के दौरान भारतीय सेना ने न केवल पाकिस्तान बल्कि पूरी दुनिया को एक संदेश दिया। जब देश की सुरक्षा की बात अगर आएगी तो भारतीय सेना हर कीमत पर अपनी सीमा की सुरक्षा करेगी। इससे पहले राजनाथ सिंह ने कारगिल युद्ध में शहादत देने वाले वीर जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की।