भारत के पहले मतदाता श्याम शरण नेगी का 106 साल की उम्र में निधन हो गया। किन्नौर के डीसी आबिद हुसैन सादिक ने श्याम सरन नेगी के निधन की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन ने पूरे सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया।
श्याम शरण नेगी हिमाचल प्रदेश में किन्नौर जिले के कल्पा के रहने वाले थे। उन्होंने दो दिन पहले ही पोस्टल बैलेट के जरिए विधानसभा चुनाव के लिए वोट डाला था। नेगी ने पहली बार 1951-52 के चुनाव में हिस्सा लिया था जो देश का पहला चुनाव था। 106 साल के श्याम शरण नेगी ने हाल ही में 34वीं बार मतदान किया था। 1951 से लेकर आज तक वह लगातार वोट डालते आए हैं।
2 नवंबर को डाला था वोट: किन्नौर के उपायुक्त आबिद हुसैन सादिक ने कहा, “श्याम शरण नेगी ने अपने आवास पर शनिवार सुबह दो बजे अंतिम सांस ली। आज उनका सम्मान के साथ अंतिम संस्कार होगा। नेगी ने हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए 2 नवंबर 2022 को अपना वोट डाक मतपत्र के जरिए डाला था। देश के सबसे बुजुर्ग मतदाता श्याम शरण नेगी हाल ही में निर्वाचन अधिकारी को 12-D फॉर्म लौटाकर चर्चा में आए थे। उन्होंने यह कहकर चुनाव आयोग का फॉर्म लौटा दिया था कि वह मतदान केंद्र जाकर ही अपना वोट डालेंगे। हालांकि, इस बीच अचानक उनकी तबीयत बिगड़ गई और चुनाव अधिकारियों ने उनके कल्पा स्थित घर जाकर पोस्टल वोट डलवाया।
पीएम मोदी ने की थी सराहना: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी श्याम सरन नेगी की सराहना करते हुए उन्हें देश के लोकतंत्र को मजबूत करने की एक अहम कड़ी बताया था। उन्होंने लिखा था कि नेगी का वोट डालने के प्रति उत्साह हमारे युवा मतदाताओं को प्रोत्साहित करता है। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने नेगी के निधन पर शोक जताया है।
मुख्यमंत्री ने जताया शोक: सीएम जयराम ने ट्विटर पर लिखा, “स्वतंत्र भारत के पहले मतदाता एवं किन्नौर से संबंध रखने वाले श्याम सरन नेगी जी के निधन की खबर सुनकर दुखी हूं। उन्होंने अपना कर्तव्य निभाते हुए 34वीं बार बीते 2 नवंबर को ही विधानसभा चुनाव के लिए अपना पोस्टल वोट डाला, यह याद हमेशा भावुक करेगी। ईश्वर उनकी पुण्य आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें तथा शोकग्रस्त परिवारजनों को संबल प्रदान करें।”