राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव छह साल बाद किसी चुनावी सभा को संबोधित करने पहुंचे तो बिहार के सीएम नीतीश पर खासे हमलावर हुए। उन्होंने कहा कि नीतीश पलटी मारने में माहिर हैं। इसी वजह से उन्होंने उनका नाम पलटू राम रखा है। लालू ने कहा कि अब नीतीश से उनका समझौता नहीं होगा। उन पर किसी को विश्वास नहीं रहा है। तभी वह पलटू राम हैं।
लालू यादव ने कहा कि तेजस्वी यादव को आप लोगों ने सीएम बना दिया था, लेकिन नीतीश कुमार ने चुनाव परिणाम में गड़बड़ी कर दी। आरजेडी सुप्रीमो ने यह भी याद दिलाया कि 2015 में उन्होंने किस तरह से अधिक सीट आने के बावजूद नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री बना दिया था। लालू यादव ने कहा कि नीतीश कुमार किसी का नहीं है। वह पटना में कह रहा है कि लालू यादव उसको गोली मरवा देगा। लालू ने कहा कि हम काहे उसको गोली मरवा आएंगे वह खुद ही मर जाएगा।
लालू ने कहा कि नीतीश ने पिछले 15 सालों में कोई काम नहीं किया है। बिहार आज तक विशेष दर्जा मिलने की बाट देख रहा है। लालू यादव ने कहा कि नीतीश कुमार जल्द ही मिट्टी में मिल जाएंगे। लालू ने चुनावी मंच से एक बार फिर जातीय जनगणना की मांग की। उन्होंने कहा कि तेजस्वी ने नीतीश कुमार का कचूमर निकाल दिया है। लालू के इस बयान के बाद जेडीयू ने पलटवार करते हुए कहा कि कचूमर तो आपकी पार्टी का आपके दोनों बेटों ने मिलकर निकाल दिया है लालू जी। नहीं तो आप स्वास्थ्य लाभ छोड़ कर यूं चुनाव प्रचार में नहीं आते।
ध्यान रहे कि 2015 के बाद लालू ने किसी भी चुनावी सभा को संबोधित नहीं किया है। लालू को सीबीआई की विशेष अदालत ने दो धाराओ पर 7-7 साल की सजा सुनाई थी। कोर्ट ने दोनों सजा को अलग अलग काटने का आदेश दिया था। फिलहाल कोर्ट ने उसे जमानत पर रिहा कर दिया है। हालांकि उससे पहले सीबीआई ने ये दावा किया था कि लालू प्रसाद यादव की आधी सजा अभी पूरी नहीं हुई है. लेकिन इसके बाद 17 अप्रैल को हुई सुनवाई में लालू को जमानत मिल गई थी।
जेल से बाहर आने के बाद वह अपनी बेटी मीसा के दिल्ली स्थित घर पर रह रहे थे। लालू लंबे वक्त से बीमार चल रहे थे। पहले उन्हें रांची के रिम्स अस्पताल में भर्ती कराया गया था। सुधार नहीं हुआ तो बाद में उन्हें दिल्ली के एम्स में भर्ती कराया गया था। एम्स से हरी झंडी मिलने के बाद वह बिहार लौटे हैं