प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव देते हुए बहस का जवाब दिया. इस दौरान पीएम मोदी ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा. पीएम मोदी ने कहा कि इस कोरोना काल में कांग्रेस ने हद कर दी. पहली लहर के दौरान देश जब लॉकडाउन का पालन कर रहा था, जब WHO दुनिया भर को सलाह देता था, सारे हेल्थ एक्सपर्ट कह रहे थे कि जो जहां है वहीं पर रुके. प्रधानमंत्री ने कहा कि बीते 2 सालों में 100 साल का सबसे बड़ा वैश्विक महामारी का संकट पूरी दुनिया की मानव जाति झेल रही है, जिन्होंने भारत के अतीत के आधार पर ही भारत को समझने का प्रयास किया, उनकों तो आशंका थी कि शायद भारत इतनी बड़ी लड़ाई नही लड़ पाएगा, खुद को बचा नहीं पाएगा.
पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना काल के बाद विश्व एक नए वर्ल्ड आर्डर की तरफ, नई व्यवस्थाओं की तरफ बहुत तेजी से आगे बढ़ रहा है. एक ऐसा turning point है कि हम लोगों को एक भारत के रूप में इस अवसर को गंवाना नहीं चाहिए. इस परिपेक्ष्य में आजादी का अमृत महोत्सव अपने आप में एक प्रेरक अवसर है. उस प्रेरक अवसर और नए संकल्पों को लेकर देश जब आजादी के 100 साल मनाएगा, तब तक हम पूरे सामर्थ्य से, पूरी शक्ति से, पूरे संकल्प से देश को उच्चतम स्तर पर लेकर पहुंचेंगे. पहले गैस कनेक्शन स्टेटस सिंबल हुआ करता था. अब गरीब से गरीब व्यक्ति तक इसकी पहुंच है और यह बहुत खुशी की बात है. आजादी के इतने सालों के बाद गरीब के घर में रोशनी होती है, तो उसकी खुशियां देश की खुशियों को ताकत देती हैं.
आज मेड इन इंडिया कोविड वैक्सीन दुनिया में सबसे प्रभावी
पीएम मोदी ने कहा कि आज मेड इन इंडिया कोविड वैक्सीन दुनिया में सबसे प्रभावी है. आज भारत शत प्रतिशत पहली डोज के लक्ष्य के निकट पहुंच रहा है और लगभग 80% सेकंड डोज का पड़ाव भी पूरा कर लिया है. उन्होंने आगे कहा कि अगर हम लोकल के लिए वोकल होने की बात कर रहे हैं तो क्या हम महात्मा गांधी के सपनों को पूरा नहीं कर रहे हैं? फिर विपक्ष द्वारा इसका मजाक क्यों उड़ाया जा रहा था? हमने योग और फिट इंडिया की बात की, लेकिन विपक्ष ने भी इसका मजाक उड़ाया.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि सदन बात का साक्षी है कि कोरोना से जो स्थितियां उत्पन्न हुई, उससे निपटने के लिए भारत ने जो भी रणनीति बनाई उसको लेकर पहले दिन से क्या-क्या नहीं कहा गया है. दुनिया के और लोगों से बड़ी-बड़ी कांफ्रेंस करके ऐसी बातें बुलवाई गई ताकि पूरे विश्व में भारत बदनाम हो.