कांग्रेस (Congress) के नेता और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) 2019 से वायनाड (Wayanad) से सांसद थे। पर पिछले महीने ही उनकी सांसदी रद्द होने से अब राहुल पूर्व सांसद बन गए हैं। राहुल की सांसदी रद्द होने के बाद लगा था कि वायनाड में जल्द ही उपचुनाव हो सकता है, पर अभी इस बारे में किसी तरह की कोई घोषणा नहीं हुई है। राहुल की सांसदी रद्द होने पर वायनाड में भी विरोध प्रदर्शन किया गया था। सांसदी रद्द होने के बाद से राहुल अब तक वायनाड नहीं गए हैं, पर जल्द ही वायनाड की जनता अपने पूर्व सांसद को अपनी धरती पर देखने वाली है। राहुल अपनी पूर्व लोकसभा सीट वायनाड का जल्द ही दौरा करने की तैयारी में हैं।
सांसदी रद्द होने के कल पहली बार वायनाड जाएंगे राहुल
राहुल कल यानी कि मंगलवार, 11 अप्रैल को अपनी पूर्व लोकसभा सीट वायनाड का दौरा करेंगे। सांसदी रद्द होने के बाद राहुल का यह पहला वायनाड दौरा होगा। राहुल के इस वायनाड दौरे की जानकारी आज सोमवार, 10 अप्रैल को ही सामने आई है।
जनसभा को संबोधित करने के साथ करेंगे एक रोड शो
अपनी पूर्व लोकसभा सीट वायनाड में राहुल एक जनसभा का आयोजन करेंगे। इस जनसभा को राहुल संबोधित करेंगे। इतना ही नहीं, वायनाड में कल ही राहुल का एक रोड शो भी होगा। वायनाड में कल आयोजित होने वाली राहुल की जनसभा और रोड शो में बड़ी तादाद में लोगों के जुटने की संभावना है।
किस वजह से रद्द हुई राहुल की सांसदी?
दरअसल 2019 लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान राहुल ने मोदी सरनेम पर विवादित बयान दिया था। राहुल ने कहा था कि सभी मोदी सरनेम वाले लोग चोर होते हैं। राहुल के इस बयान पर उनके खिलाफ सूरत कोर्ट में मानहानि का मुकदमा दर्ज हुआ था। इस मुकदमे में सूरत कोर्ट ने 23 मार्च को राहुल को दोषी करार देते हुए 2 साल की सज़ा सुनाई।
जमानत की मदद से राहुल जेल जाने से तो बच गए, पर दोषी पाए जाने और सज़ा की वजह से राहुल अपनी सांसदी नहीं बचा सके। 24 मार्च को लोकसभा सचिवालय (Lok Sabha Secretariat) ने राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता को रद्द कर दिया।