गुरुवार को उत्तर प्रदेश पुलिस ने उन्नाव में दो महीने पहले गायब हुई दलित लड़की के शव को बरामद किया। शव के पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चला है कि दलित लड़की की गला घोंट कर हत्या की गई थी और उसकी गर्दन भी तोड़ी गई। इतना ही नहीं पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सिर पर दो इंजरी के निशान भी मिले हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार उन्नाव सदर इलाके की रहने वाली एक दलित महिला की बेटी पिछले 8 दिसंबर से गायब थी। महिला ने इसकी शिकायत कोतवाली में कराई थी और सपा के पूर्व मंत्री दिवंगत फतेह बहादुर सिंह के बेटे राजोल सिंह पर आरोप लगाया था। पीड़िता की मां के अनुसार पुलिस ने उसकी शिकायत पर ध्यान नहीं दिया और कहा कि तुम्हारी बेटी भाग गई होगी। जल्दी ही लौट आएगी।
पीड़िता की मां ने कई जगह न्याय की गुहार लगाई। लेकिन कहीं सुनवाई नहीं हुई। जिसके बाद वह 24 जनवरी को सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की गाड़ी के सामने कूद गई। इसके बाद मामला काफी सुर्ख़ियों में आ गया और पुलिस ने राजोल सिंह को जेल भेज दिया। बाद में पुलिस ने जब इस मामले की गहन तरीके से जांच की तो राजोल सिंह के करीबी का पता चला।
पुलिस ने राजोल सिंह के करीबी से पूछताछ की तो उसने सारा राज उगल दिया। जिसके बाद पुलिस ने निशानदेही पर दिवंगत नेता फतेह बहादुर सिंह की खाली जमीन की खुदाई की तो पीड़िता का शव बरामद किया गया। जिसके बाद पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। आरोपियों ने लड़की को मार कर खाली जमीन में बने टैंक के गड्ढे में दफना दिया था। पुलिस ने इस मामले में कोताही बरतने के आरोप में कोतवाली के दारोगा को निलंबित कर दिया है।
वहीं बसपा प्रमुख मायावती ने सपा नेता के जमीन में दलित लड़की का शव मिलने पर समाजवादी पार्टी को घेरा है। मायावती ने ट्वीट करते हुए लिखा कि उन्नाव जिले में सपा नेता के खेत में दलित युवती का दफनाया हुआ शव बरामद होना अति दुःखद व गंभीर मामला। परिवार वाले पहले से ही उसके अपहरण व हत्या को लेकर सपा नेता पर शक कर रहे थे। राज्य सरकार पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिए दोषियों के खिलाफ तुरंत सख्त कानूनी कार्रवाई करे।