अयोध्या में इस बार भी दिवाली भव्य तरीके से मनाई जा रही है। 12 लाख दीयों की रोशनी से रामनगरी जगमगा रही है और यह रौशनी ने वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया है। इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए केंद्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी और यूपी के सीएम योगी आदित्यानाथ समेत कई नेता भी पहुंच गए हैं।
समारोह को संबोधित करते हुए सीएम योगी ने समाजवादी पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि जो लोग 31 साल पहले रामभक्तों पर गोलियां चला रहे थे, वो आपकी ताकत के आगे झुके हैं। अब लगता है कि अगर कुछ और वर्ष आप इसी तरीके से ले चले, तो अगली कारसेवा के लिए वो और उनका पूरा खानदान लाइन में लगा होगा। उन्होंने कहा- “आप देखना कि अगर अगली कारसेवा होगी, तो गोली नहीं चलेगी। रामभक्तों व कृष्णभक्तों पर पुष्पों की वर्षा होगी”।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम योगी ने कहा कि पांच साल पहले ये आयोजन इस भव्य रूप में नहीं हो पाता था। लेकिन हमारी सरकार ने इस आयोजन को पांच वर्ष पहले यहां प्रारंभ किया था और तब से लगातार ये आयोजन नई ऊचांइयों को छूता हुआ दिखाई दे रहा है।
सीएम योगी ने आगे कहा- पांच वर्ष पहले अयोध्या में दीपोत्सव की चर्चा सामने आई थी। अयोध्या में ही आज के दिन ये आयोजन नहीं हो रहा था। हमारी सरकार ने तय किया कि अयोध्या को उसकी नई पहचान दीपोत्सव कार्यक्रम से माध्यम से दिलवानी है। मुझे याद है कि 2017, 2018, 2019 में भी एक ही नारा गूंज रहा था- ‘योगी जी एक काम करो, मंदिर का निर्माण करो।’ मैं तब भी कह रहा था कि मंदिर निर्माण के लिए आधारशिला तैयार की जा रही है”।
इस दौरान योगी ने पहले की सरकारों पर भी जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा- “31 साल पहले अयोध्या में क्या हो रहा था। 30 अक्टूबर और 2 नवंबर 1990 को रामभक्तों पर बर्बर तरीके से गोलियां चलाई गईं थीं। बर्बर लाठीचार्ज हो रहा था। तब ‘जय श्रीराम’ बोलना अपराध माना जा रहा था।
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि पिछली सरकारों में बैठे लोगों ने किस तरह देश का अपमान किया। पहले लोग चंदन लगाने में डरते थे, मंदिर में जाने से डरते थे। जहां मंदिर निर्माण की बात होती थी, वहां शौचालय और हॉस्पिटल बनाने की बात करते थे। पिछली सरकारों में न कानून का राज था, न समाज का राज था। देश के अंदर आतंकियों ने, नक्सलियों ने राज किया। लोगों ने सपा, बसपा, कांग्रेस का राज देखा। उस वक्त धार्मिक स्थलों को किस तरीके से चोट पहुंचाई जाती थी।