चेन्नई. केंद्रीय अपराध शाखा की टीम तमिलनाडु के 9 जिलों में ग्रामीण एवं कृषि किसान सहकारी बैंक लिमिटेड के नाम से चल रहे फर्जी बैंकों का भंडाफोड किया है। ग्रेटर चेन्नई पुलिस आयुक्त शंकर जीवाल ने मंगलवार को बताया कि उनकी टीम ने चेन्नई सहित राज्य के 9 जिलों में ग्रामीण एवं कृषि किसान सहकारी बैंक लिमिटेड के नाम से फर्जी बैंक चलाने वाले 46 सदस्यीय गिरोह को गिरफ्तार किया है।
ग्रेटर चेन्नई पुलिस आयुक्त शंकरजीवाल ने वेपेरी स्थितआयुक्तालय में साइबर अपराधों पर जागरूकता पुस्तक मुत्तु और तीस चोर का विमोचन किया। इसके बाद उन्होंने केंद्रीय अपराध शाखा के पुलिस अधिकारियों और पुलिस निरीक्षकों को उनके उत्कृष्ट कार्य और अपराधियों को गिरफ्तार करने के लिए पुरस्कृत और प्रशस्ति पत्र प्रदान किया।
एक साल से चल रहे है बैंक
पुलिस आयुक्त शंकर जीवाल ने पत्रकारों से मुलाकात की। उन्होंने बताया कि उन्हें रिजर्व बैंक से शिकायत प्राप्त हुई थी कि ग्रामीण एवं कृषि किसान सहकारी बैंक लिमिटेड के नाम से 9 स्थान चेन्नई, मदुरै, ईरोड, वृद्वाचलम, कल्लाकुरिची, नामक्कल, पेरम्बलूर, तिरुवण्णामलै और सेलम में फर्जी बैंक चलाने वाले एक गिरोह को पकड़ा है। ये बैंक पिछले एक साल से संचालित हो रहे है। बैंक द्वारा एटीएम कार्ड जारी किए गए हैं और दो हजार से अधिक लोगों को ग्राहक के रूप में जोड़ा गया है।
रोजाना 70 लाख का लेनदेन
शंकर जीवाल ने बताया कि इन बैंकों के माध्यम से प्रतिदिन 70 लाख रुपए तक का लेनदेन किया जा रहा था। आरोपित आरबीआई का फर्जी प्रमाण पत्र तैयार कर बैंक चला रहे हैं। जबकि उन्हें आरबीआई से अनुमति नहीं मिली थी।
56 लाख रुपए जब्त
जब कोई ग्राहक एटीएम कार्ड के लिए आवेदन करता है तो फर्जी बैंक के अधिकारी दूसरे बैंक में उसके नाम से निजी बैंक में खाता खोलते है और उनके एटीएम कार्ड में स्टिकर चिपकाकर ग्राहकों को थमा देते है। सेंट्रल क्राइम ब्रांच के अधिकारियों ने 56 लाख रुपए जब्त किए है। अब तक 46 लोगों को गिरफ्तार किया है। इस संबंध में पुलिस जांच कर रही है।