बिहार में कुल 31 मंत्रियों ने शपथ ली है आरजेडी से 16, जेडीयू से 11, कांग्रेस से दो और जीतनराम मांझी की पार्टी से एक और एक निर्दलीय विधायक मंत्री बनाए गए हैं। वहीं बीजेपी ने महागठबंधन सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि यह नीतीश नहीं तेजस्वी सरकार है।
जेडीयू की ओर से विजय चौधरी, विजेंद्र यादव, अशोक चौधरी, शीला मंडल, श्रवण कुमार, संजय झा, लेसी सिंह, जमा खान, जयंत राज, मदन सहनी और सुनील कुमार मंत्री पद की शपथ ली है। जबकि कांग्रेस की ओर चेनारी से विधायक मुरारी गौतम और कसबा के विधायक अफाक आलम मंत्री बने हैं। वहीं जीतनराम मांझी के बेटे संतोष मांझी और निर्दलीय विधायक सुमित कुमार सिंह भी मंत्री बने हैं।
आरजेडी की ओर से तेज प्रताप यादव, अलोक मेहता, अनीता देवी, सुरेन्द्र यादव, चंद्रशेखर, ललित यादव, भाई वीरेन्द्र, रामानंद यादव, सुधाकर सिंह, सरबजीत कुमार, सुरेंद्र राम, इजराइल मंसूरी,शमीम अहमद, शाहनवाज आलम, समीर महासेठ और कार्तिक सिंह ने मंत्री पद की शपथ ली है।
वहीं शपथ ग्रहण के बाद बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संजय मयूख ने एक समाचार चैनल से बात करते हुए कहा कि बिहार में नीतीश सरकार नहीं बनी है, बल्कि तेजस्वी सरकार बनी है।
बिहार में मंत्रिमंडल विस्तार पर आरजेडी सांसद मनोज झा ने समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए कहा, “सिर्फ लोग ही नहीं जो कैबिनेट में शामिल होंगे, राजद का हर कार्यकर्ता और विधायक इसका हिस्सा हैं। वे अपने नाम से शामिल नहीं हो सकते हैं, लेकिन इसमें सभी की भागीदारी होगी। पूरा मंत्रिमंडल बिहार के हित को दर्शाता है, इसको आप देखेंगे।”
वहीं बिहार कांग्रेस के नेताओं का कार्यकर्ताओं ने कम मंत्री पद मिलने के कारण विरोध किया। सोमवार को पटना के सदाकत आश्रम में कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा और प्रभारी भक्त चरण दास का विरोध किया। पार्टी कार्यकर्ताओं ने कहा कि 5 विधायकों को मंत्री पद मिलना चाहिए।
बीते 9 अगस्त को जेडीयू ने बीजेपी के साथ गठबंधन तोड़ लिया था और उसके बाद नीतीश कुमार आरजेडी के साथ चले गए थे। नीतीश कुमार ने 10 अगस्त को आठवीं बार मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली और तेजस्वी यादव दूसरी बार उपमुख्यमंत्री बनें।