तृणमूल कांग्रेस और कांग्रेस के बीच चल रही जुबानी जंग के बीच ममता बनर्जी की पार्टी ने शुक्रवार को देश की सबसे पुरानी पार्टी पर प्रहार करते हुए कहा कि यह “डीप फ्रीजर” में चली गई है। बीजेपी से लड़ाई के लिए विपक्ष के सामने ममता बनर्जी ही एकमात्र संबल हैं। विपक्षी ताकतें खालीपन को भरने के लिए अब मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की ओर देख रही हैं।
कांग्रेस के असंतुष्ट नेताओं को लगातार अपने पाले में ला रही टीएमसी ने अपने मुखपत्र ‘जागो बांग्ला’ में कहा कि वह भारतीय जनता पार्टी से लड़ने के लिए प्रतिबद्ध है। कांग्रेस के खिलाफ प्रशांत किशोर के ताजा ट्वीट का जिक्र करते हुए आलेख में कहा गया है कि सिर्फ चुनाव रणनीतिकार ही नहीं, बल्कि कांग्रेस के नेता भी पार्टी नेतृत्व की आलोचना कर रहे हैं।
‘डीप फ्रीजर में कांग्रेस’ शीर्षक वाले लेख में कहा गया है कि टीएमसी लंबे समय से यह कह रही है कि कांग्रेस एक समाप्त हो चुकी ताकत है। उसमें भाजपा से लड़ने का जज्बा नहीं है। पार्टी अंदरूनी कलह से इस कदर उलझी हुई है कि उसके पास विपक्ष को संगठित करने के लिए शायद ही समय या ऊर्जा बची है। मौजूदा दौर में संप्रग का अस्तित्व नहीं रह गया है।
लेख में कहा गया है कि देश को फिलहाल एक वैकल्पिक मोर्चे की जरूरत है। विपक्षी दलों ने वह जिम्मेदारी ममता बनर्जी को दी है। वो खालीपन को भरने के लिए उनकी ओर देख रहे हैं। वह वर्तमान में देश में सबसे लोकप्रिय विपक्षी चेहरा हैं।
ध्यान रहे कि प्रशांत किशोर ने राहुल गांधी पर कटाक्ष करते हुए बृहस्पतिवार को ट्विटर पर कहा कि कांग्रेस का नेतृत्व किसी व्यक्ति का ईश्वरीय अधिकार नहीं है। खासकर जब पार्टी “पिछले 10 वर्षों में 90 प्रतिशत से अधिक चुनाव हार चुकी है। हालांकि, कुछ समय पहले तक प्रशांत के कांग्रेस में जाने की अटकलें लग रही थीं। लेकिन पार्टी के एक धड़े के विरोध के बाद जब उनकी एंट्री पर रोक लगी तो पीके कांग्रेस पर खासे तल्ख हो गए। उसके बाद से वो गांधी परिवार पर खासे हमलावर हैं।
उधर, ममता भी अपने कुनबे को बढ़ाने के लिए यहां-वहां घूम रही हैं। बंगाल चुनाव के दौरान सोनिया समेत तमाम विपक्षी नेताओं को SOS संदेश भेजकर मदद की गुहार लगाने वाली ममता अब पूरी तरह से कांग्रेस को समेटने के मूड़ में दिख रही हैं।