अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी की एक क्लास में छात्रों को हिंदू देवी देवताओं के बारे में अभद्र टिप्पणी करने मामले में एक प्रोफेसर को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। हालांकि, प्रोफेसर ने एएमयू कुलपति को अपना माफीनामा दे दिया है। अलबत्ता मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच कमेटी गठित की गई है। कमेटी अपनी जांच के बाद रिपोर्ट सौंपेगी।
उधर, बीजेपी को जब इस बात का पता चला तो पार्टी ने इस पर आपत्ति जताते हुए पुलिस को शिकायत दे दी है। पुलिस ने एएमयू प्रशासन से जांच में सहयोग मांगा है। प्रोफेसर पर स्टूडेंट्स, स्टाफ और नागरिकों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप लगा है। पुलिस का कहना है कि किसी भी धर्म के देवी देवताओं के खिलाफ ऐसी टिप्पणी करना गलत है। मामले से जुड़े लोगों से पूछताछ करने के बाद प्रोफेसर के खिलाफ उचित एक्शन लिया जाएगा।
एक रिपोर्ट के मुताबिक अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर डॉ. जितेंद्र कुमार ने रेप पर बनाए गए प्रजेंटेशन में हिंदू देवी-देवताओं पर आपत्तिजनक बातें लिखीं। सोशल मीडिया पर स्लाइड की तस्वीर आने पर मामले ने तूल पकड़ा तो एएमयू प्रशासन जितेंद्र कुमार को कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया। सोशल मीडिया पर मामले को तूल पकड़ता देख एएमयू प्रशासन ने डीन की सिफारिश पर दो सदस्यीय एक जांच कमेटी का गठन किया है। फेकल्टी ऑफ मेडिसिन के प्रोफेसर राकेश भार्गव इसकी जांच करेंगे और दोबारा इस तरह की घटना ना हो इसको लेकर उपाय सुझाएंगे।
एएमयू प्रशासन का कहना है कि जांच के लिए डीन, मेडिसिन संकाय, प्रो राकेश भार्गव की सिफारिश पर 2 सदस्यीय समिति बनाई गई है। डॉ जितेंद्र कुमार ने बिना शर्त माफी मांगी है। पीरजादा ने कहा कि अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी की जीरो टॉलरेंस की नीति है। एएमयू प्रशासन ने डॉ जितेंद्र कुमार को नोटिस का जवाब देने के लिए 24 घंटे का समय दिया गया है।