राजधानी पटना में 80 से अधिक डॉक्टरों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। पटना के जिलाधिकारी चंद्रशेखर सिंह ने इस बाबत रविवार को समाचार एजेंसी एएनआई को बताया, “पटना में नालंदा मेडिकल कॉलेज और हॉस्पिटल (Nalanda Medical College and Hospital) के 87 डॉक्टर कोरोना संक्रमित निकले हैं। ये सभी या तो बगैर लक्षण वाले मरीज हैं या फिर हल्के लक्षण वाले। इन सभी को अस्पताल परिसर के आइसोलेशन वॉर्ड में रखा गया है।”
स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, शनिवार को वहां 17 जूनियर डॉक्टरों की कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। बाद में बाकी जूनियर डॉक्टर्स का भी कोरोना टेस्ट कराया गया, जिसमें 67 और जूनियर डॉक्टर संक्रमित पाए गए। ऐसे में कुल 84 जूनियर डॉक्टर्स संक्रमित बताए जा रहे हैं। कहा जा रहा है कि शेष जूनियर डॉक्टर्स का भी कोरोना टेस्ट कराया जाएगा।
भारी संख्या में डॉक्टरों के कोरोना संक्रमित निकलने की वजह से स्वास्थ्य अमले में हड़कंप मच गया है। बाकी अस्पताल भी इस लिहाज से अलर्ट मोड में आ गए हैं। वे कोरोना संबंधी नियमों का चाक-चौबंद तरीके से पालन करा रहे हैं।
देश में अब तक आए ‘ओमीक्रोन’ के 1700 केसः इसी बीच, भारत में अभी तक कोरोना वायरस के नए स्वरूप ‘ओमीक्रोन’ के 1700 मामले सामने आए हैं। इनमें से 639 लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं या अन्य स्थानों पर चले गए हैं। ये मामले 23 राज्यों तथा केन्द्र शासित प्रदेशों में सामने आए। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सोमवार को बताया कि महाराष्ट्र में सबसे अधिक 510 मामले सामने आए और इसके बाद दिल्ली में 351, केरल में 156, गुजरात में 136, तमिलनाडु में 121 और राजस्थान में 120 मामले सामने आए।
मंत्रालय की ओर से सुबह आठ बजे जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, भारत में एक दिन में कोविड-19 के 33,750 नए मामले सामने आने के बाद देश में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 3,49,22,882 हो गई है। 123 और संक्रमितों की मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 4,81,893 हो गई है। वहीं, उपचाराधीन मरीजों की संख्या बढ़कर 1,45,582 हो गई, जो संक्रमण के कुल मामलों का 0.42 प्रतिशत है। पिछले 24 घंटों में कोविड-19 के उपचाराधीन मरीजों की संख्या में 22,781 की वृद्धि दर्ज की गई है।
आंकड़ों के अनुसार, मरीजों के ठीक होने की राष्ट्रीय दर 98.20 प्रतिशत है। संक्रमण की दैनिक दर 3.84 प्रतिशत और साप्ताहिक दर 1.68 प्रतिशत दर्ज की गई। देश में अभी तक कुल 3,42,95,407 लोग संक्रमणमुक्त हो चुके हैं और कोविड-19 से मृत्यु दर 1.38 प्रतिशत है। राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान के तहत अभी तक कोविड-19 रोधी टीकों की 145.68 करोड़ से अधिक खुराक दी जा चुकी हैं।