प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) ने आप (AAP) नेता विजय नायर (Vijay Nair) और हैदराबाद के व्यवसायी अभिषेक बोइनपल्ली (Abhishek Boinapalli) को मनी लॉन्ड्रिंग जांच के सिलसिले में गिरफ्तार किया है। आधिकारिक सूत्रों ने सोमवार को यह जानकारी दी है। केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) द्वारा उन्हें इसी मामले में गिरफ्तार किए जाने के बाद से दोनों फिलहाल जेल में हैं। प्रवर्तन निदेशालय (ED) धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) की एक विशेष अदालत से दोनों की हिरासत की मांग करेगा।
सीबीआई के अनुसार, हैदराबाद स्थित बोइनपल्ली दक्षिण भारत में स्थित कुछ शराब व्यवसायियों के लिए कथित रूप से लॉबिंग कर रहा था।
विजय नायर कौन हैं ?
विजय नायर इवेंट मैनेजमेंट कंपनी ओनली मच लाउडर के पूर्व सीईओ है। आम आदमी पार्टी (आप) से जुड़े रहे हैं। सीबीआई ने आरोप लगाया है कि विजय नायर के जरिए एक शराब फर्म के मालिक से रिश्वत ली गई थी। सीबीआई ने दिल्ली आबकारी नीति मामले में एफआईआर दर्ज की थी। इस एफआईआर में दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया समेत 14 लोगों के नाम हैं।
इससे पहले हुई थी अन्य गिरफ्तारियां
ईडी ने इससे पहले शराब कंपनी इंडोस्पिरिट के प्रमोटर समीर महंदरू, शराब कंपनी पर्नोड रिकार्ड के महाप्रबंधक बेनॉय बाबू और अरबिंदो फार्मा के पूर्णकालिक निदेशक और प्रमोटर पी सरथ चंद्र रेड्डी को गिरफ्तार किया था। एजेंसी इस मामले में अब तक 169 तलाशी अभियान चला चुकी है। मनी लॉन्ड्रिंग का मामला सीबीआई की एक प्राथमिकी से उपजा है जिसमें दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को एक आरोपी के रूप में नामित किया गया था।
आज ही आना है जमानत पर फैसला
इस मामले पर दिल्ली की राउज एवेन्यू अदालत ने नौ नवंबर को गिरफ्तार विजय नायर और हैदराबाद के व्यवसायी अभिषेक बोइनपल्ली की जमानत याचिकाओं पर आदेश सुरक्षित रख लिया था। विशेष न्यायाधीश एमके नागपाल की अदालत में दोनों पक्षों ने जमानत के लिए दलीलें दी थीं। सीबीआई ने अपने जवाब में जमानत याचिकाओं का विरोध किया और कहा कि जब जांच अभी महत्वपूर्ण चरण में है तो जमानत देना सही नहीं होगा। सीबीआई ने कहा कि अगर अभी जमानत दी गई तो आरोपी सबूतों से छेड़छाड़ कर सकते हैं। अदालत ने फैसला सुनाने के लिए आज की तारीख तय की थी।
आप ने किया था गिरफ्तारी का विरोध
विजय नायर की गिरफ्तारी के बाद आम आदमी पार्टी ने आरोप लगाया था कि नायर का शराब नीति से कोई लेना-देना नहीं है। आप ने नायर को मीडिया रणनीतिकार बताया था। पार्टी का कहना था कि नायर गुजरात चुनाव के लिए रणनीति बना रहे थे.। इससे घबराकर उन्हें गिरफ्तार किया गया है।