कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए बुधवार (19 अक्टूबर 2022) को मतगणना होगी। इसी के साथ 24 साल बाद गांधी परिवार के बाहर का कोई नेता पार्टी का अध्यक्ष चुना जाएगा। मतगणना बुधवार सुबह 10 बजे दिल्ली में कांग्रेस मुख्यालय में शुरू हो गयी है। चुनाव के परिणाम बुधवार को ही शाम 4 बजे आएंगे। अध्यक्ष पद के लिए पार्टी के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे और शशि थरूर के बीच टक्कर है। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए सोमवार (17 अक्टूबर) को वोटिंग हुई थी।
अध्यक्ष के चुनाव में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और कई वरिष्ठ नेताओं समेत करीब 9500 डेलीगेट्स ने मतदान किया था। सोमवार को करीब 96 प्रतिशत मतदान हुआ था।
कांग्रेस पार्टी के इतिहास में छठी बार अध्यक्ष पद के लिए चुनाव हुआ है। अध्यक्ष पद के लिए अब तक 1939, 1950, 1977, 1997 और 2000 में चुनाव हुए हैं। इस बार 22 सालों के बाद अध्यक्ष पद के लिए चुनाव हो रहा है।
24 साल बाद गांधी परिवार के बाहर कोई नेता कांग्रेस पार्टी का अध्यक्ष चुना जाएगा। इससे पहले सीताराम केसरी गैर-गांधी अध्यक्ष रहे थे।
मतगणना की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। देश के सभी मतदान केंद्रों से मतपेटियां कांग्रेस मुख्यालय लाई गईं हैं। इन्हें कांग्रेस मुख्यालय में बने स्ट्रॉन्ग रूम में रखा गया है। मतगणना पार्टी मुख्यालय में ही होगी।
मतगणना के दौरान दोनों तरफ से पांच-पांच एजेंट निगरानी करेंगे जबकि दोनों पक्षों से दो एजेंट रिजर्व में रखे जाएंगे। इसके अलावा दोनों नेताओं के समर्थक भी कांग्रेस मुख्यालय पहुंचेंगे।
कांग्रेस अध्यक्ष पद के उम्मीदवार मल्लिकार्जुन खड़गे ने रविवार को कहा था कि अगर वह अध्यक्ष बनते हैं तो उन्हें पार्टी के मामलों में गांधी परिवार की सलाह और सहयोग लेने में कोई झिझक नहीं होगी क्योंकि इस परिवार ने काफी संघर्ष किया है और पार्टी के विकास में बड़ा योगदान दिया है।
कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव के परिणाम आने से पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व गृहमंत्री पी चिदंबरम ने कहा कि कांग्रेस का अध्यक्ष कोई भी बने लेकिन उसे गांधी परिवार की बात माननी ही पड़ेगी।
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने रिजल्ट आने से पहले मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि अनुभव का कोई विकल्प नहीं है। मल्लिकार्जुन खड़गे का लंबा अनुभव है। शशि थरूर के पास अंतरराष्ट्रीय अनुभव है, जो भी जीतेगा, जीत कांग्रेस की ही होगी।
मल्लिकार्जुन खड़गे और थरूर दोनों ने इस बात पर जोर दिया है कि पार्टी में गांधी परिवार का एक विशेष स्थान है। थरूर ने कहा कि कोई भी कांग्रेस अध्यक्ष गांधी परिवार से दूरी बनाकर काम नहीं कर सकता है क्योंकि उनका डीएनए पार्टी के खून में चलता है।
गांधी परिवार से करीबी और कई वरिष्ठ नेताओं के समर्थन के चलते मल्लिकार्जुन खड़गे की दावेदारी मजबूत मानी जा रही है लेकिन शशि थरूर की वजह से मुकाबला कड़ा माना जा रहा है।