भारतीय रिजर्व बैंक के 2000 के नोट चलन से बाहर करने का असर तेजी से दिख रहा है. बैंकों में लोग ताबड़तोड़ 2000 के नोट को जमा करा रहे हैं या बदलवा रहे है. ताजा आंकड़ों के मुताबिक 19 मई से अबतक बैंकों के पास 76 फीसदी नोट बैंकों में वापस आ चुके हैं. जबकि 87 फीसदी नोट बदले जा चुके है.
19 मई से लोग बैंकों में 2000 का नोट बदलवा रहे हैं या जमा कर रहे हैं. आंकड़ों में देखे तो 19 मई तक मार्केट करीब 3.56 ट्रिलियन नोट मार्केट में सर्कुलेशन में थे. जिसमें में करीब 2.76 ट्रिलियन 2000 के नोट बैंकों में वापस आ चुके हैं. अगर नोट जमा कराने या बदलवाने का काम इसी तेजी से रहा तो आरबीआई अब टारगेट को डेडलाइन से पहले ही अचीव कर लेगी.
30 सितंबर तक का है समय
आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास में लोगों से अपील की थी वो 30 सितंबर तक अपने नोट को बैंक में जमा करा दें या बदलवा दे. 30 सितंबर के बाद ये नोट नहीं बदले जाएंगे. सोमवार को रिजर्व बैंक ऑफ इडिया की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक 2000 के नोट बैंकों में काफी तेजी से वापस लौट रहे है. आरबीआई लोगों से लगातार अपील कर रहा है कि वो लास्ट मिनट का इंतजार न करें. आरबीआई की अपील का असर भी दिख रहा है. 19 मई से अबतक 87 फीसदी नोटों का सर्कुलेशन में लौ़टना इस बात का सबूत है.
नोट बदलावाने के कई ऑफर
बैकों में लोगों को लाइन न लगना पड़े और बिना परेशानी लोगों का नोट काम में आ जाए इसके लिए अमेजन, जोमैटो समेत कई कंपनिया लोगों को कई तरह के ऑफर दे रही है. कोई डिस्काउंट दे रहा है. तो कोई अलग अलग ऑफर देकर 2000 के नोट को खपाना चाह रहा है. बैंकों में नोट वापस आने की स्पीड से यह कहा जा सकता है कि 100 नोट सर्कुलेशन में 30 सितंबर से पहले ही वापस सकता है.