उत्तर प्रदेश में लुलु मॉल को लेकर बढ़ते हुए विवाद के बाद वहाँ पुलिस को तैनात कर दिया गया है। हिंदू संगठन अखिल भारत हिंदू महासभा ने मॉल में सुंदरकांड पढ़ने की चेतावनी दी है। हिन्दू महासभा के प्रवक्ता शिशिर चतुर्वेदी ने कहा कि, मॉल में दोबारा नमाज पढ़ी जाएगी, तो विवश होकर मॉल में सुंदरकांड का पाठ किया जाएगा।
हिन्दू महासभा ने लुलु मॉल को लव जिहाद का नया अड्डा करार दिया है, जहां मुस्लिम लड़कों के साथ हिन्दू लड़कियों को ही नौकरी पर रखा गया है। इस मॉल को लेकर लगातार प्रदर्शनों का दौर जारी है, जिसमें अब तक दर्जनों हिंदुवादी संगठन लुलु मॉल के बाहर प्रदर्शन करने पहुँच रहे हैं। अयोध्या में हनुमानगढ़ी के मुख्य पुजारी राजूदास ने भी इस विषय पर कड़ा विरोध जताया है। उन्होने योगी आदित्यनाथ से इस मामले पर हस्तक्षेप करने की मांग की है।
अखिल भारत हिंदू महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शिशिर ने पत्र जारी करते हुए कहा कि, सार्वजनिक स्थल पर जिस तरह से नमाज पढ़ी गई है वो कानून का भी उल्लंघन है। लुलु मॉल में नमाज पढ़ना उस आदेश का भी उल्लंघन है, जिसके अनुसार सार्वजनिक स्थल पर नमाज नहीं होगी।
हिन्दू महासभा के प्रवक्ता ने कहा कि, लुलु मॉल में मुस्लिम लड़के और हिन्दू लड़कियों को ही नौकरी पर रखा जा रहा है। वहाँ पर हिन्दू लड़कों को नौकरी न के बराबर दी गई है। जबकि हिन्दू लड़कियों को भर्ती उनकी जाति और धर्म के आधार पर की जा रही है।
आपको बताते चलें कि, राजधानी लखनऊ में खुले लुलु मॉल का उदघाटन योगी आदित्यनाथ ने किया था। लेकिन एक हफ्ते बाद ही इसमें नमाज पढ़ने का वीडियो वायरल होने लगा है। जिस पर सभी को आपत्ति है। अखिल भारत हिंदू महासभा राष्ट्रीय प्रवक्ता शिशिर चतुर्वेदी ने मॉल का बायकॉट करने की बात कहते हुए लिखा है कि मॉल एक कट्टर सोच रखने वाले धर्म के व्यक्ति का है। इसमें काफी मात्रा में काला धन उपयोग हो रहा है।
बुधवार को सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ था. इसमें छह लोग एक मॉल में नमाज पढ़ते हुए दिख रहे थे. यह वीडियो हाल ही लखनऊ में खुला लूलू मॉल का बताया गया था. वीडियो वायरल होते ही सोशल मीडिया पर लूलू मॉल के विरोध व समर्थन में लोग पोस्ट करने लगे थे. लोग सवाल उठा रहे थे कि यूपी में जब सार्वजनिक स्थान पर नमाज पढ़ना मना है तो आखिर क्यों जान-बूझकर मॉल में नमाज पढ़ी गई.