नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ( Mamata Banerjee ) की कुर्सी पर खतरा मंडरा रहा है। दरअसल प्रदेश में उपचुनावों की तारीखों को लेकर अब तक कोई ऐलान नहीं हुआ है। ऐसे में तय समय पर उपचुनाव नहीं होते हैं तो ममता बनर्जी के लिए मुश्किलें बढ़ सकती हैं।
भारतीय निर्वाचन आयोग ( ECI ) बुधवार को राज्य के मुख्य सचिव के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक की है। वहीं प्रदेश के अधिकारियों ने चुनाव आयोग को दुर्गा पूजा से पहले उपचुनाव करने की बात कही है।
2 मई को पश्चिम बंगाल जब विधानसभा चुनाव के परिणाम घोषित हुए थे। इन नतीजों में टीएमसी प्रचंड बहुमत के साथ सत्ता में लौटी, लेकिन मुख्यमंत्री ममता बनर्जी अपने पूर्व सहयोगी और बीजेपी नेता शुभेंदु अधिकारी से नंदीग्राम में चुनाव हार गईं।
उन्होंने नंदीग्राम के नतीजे को हाई कोर्ट में चुनौती दी है, जिस पर अगली सुनवाई 15 नवंबर को होगी। मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बने रहने के लिए ममता बनर्जी को 5 नवंबर तक विधानसभा की सदस्यता लेनी होगी। ऐसे में उपचुनाव इससे पहले नहीं हुए तो ममता बनर्जी को सीएम पद से इस्तीफा देना पड़ सकता है।
टीएमसी बार-बार लगा रही चुनाव कराने की अर्जी
ममता बनर्जी के कुर्सी पर मंडराते खतरे की वजह से टीएमसी बार-बार चुनाव आयोग से जल्द उपचुनाव की मांग कर रही है। 15 जुलाई को भी टीएमसी ने चुनाव आयोग के पास अर्जी लगाई थी।
टीएमसी के प्रतिनिधिमंडल ने मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्र से राष्ट्रीय राजधानी में मुलाकात के बाद इस संबंध में एक लेटर सौंपा था। इस प्रतिनिधिमंडल में टीएमसी नेता सुदीप बंदोपाध्याय, सौगत रॉय, डेरेक ओ’ब्रायन कल्याण बनर्जी, सुखेंदु शेखर राय भी शामिल थे।
इन सात सीटों पर होना है उपचुनाव
जिन सात विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होना है वे हैं, मुर्शिदाबाद में जंगीपुर और समसेरगंज, 24 दक्षिण परगना में गोसाबा, दक्षिण मेदनीपुर में खरगपुर, नादिया में शांतिपुर, कूचबिहार में दिनहाटा और भवानीपुर प्रमुख रूप से शामिल है।
दुर्गा पूजा से पहले चुनाव संभव
पश्चिम बंगाल के सीईओ कार्यालय के अधिकारियों ने चुनाव आयोग के साथ हुई वर्चुअल बैठक में कहा है कि, त्योहारों का दौर 10 अक्टूबर से 24 अक्टूबर तक जारी रहेगा और उस समय चुनाव कराना असंभव है। ऐसे में राज्य ने आयोग से त्योहारी सीजन की शुरुआत से पहले चुनाव कराने को कहा है।
सीईओ कार्यालय के अधिकारी ने कहा, ‘हमारे पास एक महीने से अधिक का समय है। अगर आयोग अभी उपचुनाव की अधिसूचना जारी करता है, तो दुर्गा पूजा से पहले चुनाव कराना संभव है।’