पात्रा चॉल घोटाले में शिवसेना नेता संजय राउत प्रवर्तन निदेशालय की रडार पर हैं। रविवार को 17 घंटे की पूछताछ के बाद ईडी ने उन्हें गिरफ्तार किया। सोमवार को ईडी ने पीएमएलए कोर्ट में पेशी करने से पहले उनका जेजे अस्पताल में मेडिकल कराया। सुनवाई के दौरान ईडी ने आगे की पूछताछ के लिए कोर्ट से राउत की आठ दिनों की हिरासत मांगी। कोर्ट ने दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद राउत को चार अगस्त तक के लिए हिरासत में भेजा है।
सुनवाई के दौरान ईडी ने पूछताछ के लिए कोर्ट से आठ राउत की दिनों की हिरासत मांगी। ईडी के वकील ने पीएमएलए कोर्ट से कहा कि संजय राउत और उनकी पत्नी वर्षा के खाते में एक करोड़ रुपए भेजे गए। दादर फ्लैट के लिए 37 लाख रुपए ट्रांसफर हुए। ये पैसे प्रवीण की कंपनी से भेजे गए। पैसों के हेरफेर में राउत परिवार को सीधे तौर पर फायदा पहुंचाया गया।
कोर्ट में ED की दलील
संजय राउत के खाते में 1.6 करोड़ रुपए ट्रांसफर हुए
अलीबाग में 10 प्लाट खरीदने में मदद की
एचडीआईएल से प्रवीण राउत को 112 करोड़ रुपए मिले
प्रवीण संजय राउत के लिए निवेश करते थे
2010-11 संजय राउत को हर महीने दो लाख रुपए मिले
राउत के वकील ने कोर्ट से कहा कि उनके मुवक्किल की गिरफ्तारी सियासी है। यह मामला पुराना है और राजनीतिक बदले की भावना के तहत इसे दोबारा खोला गया है। राउत को जानबूझकर निशाना बनाया जा रहा है। मामले की जांच में अगर राउत की हिरासत जरूरी है तो उन्हें कम से कम अवधि के लिए हिरासत में भेजा जाए क्योंकि वह जांच एजेंसी का सहयोग कर रहे हैं।