बिहार के अररिया जिले में 35 साल के पत्रकार विमल कुमार यादव की गोली मार कर हत्या मामले में पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। अररिया पुलिस ने बताया कि पत्रकार हत्याकांड में आठ लोगों को आरोपी बनाया गया है। इनमें चार आरोपियों विपिन यादव, भावेश यादव, आशीष यादव और उमेश यादव को गिरफ्तार कर लिया गया है। इनमें से दो आरोपी हत्या में सीधे तौर पर शामिल थे।
पहले से जेल में हैं अररिया पत्रकार हत्याकांड के दो आरोपी, रिमांड पर लेगी पुलिस
बिहार पुलिस ने एक एक्स पोस्ट में बताया कि अररिया पत्रकार हत्याकांड के दो आरोपी रूपेश यादव और क्रांति यादव पहले से अररिया जेल में हैं। पुलिस उन्हें रिमांड पर ले रही है। दो आरोपी फरार हैं और उनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम लगातार कोशिश कर रही है। पुलिस अधिकारी ने कहा कि पीड़ित परिवार वालों ने पहले संदिग्धों का नाम बताया। इसके बाद पुलिस टीम ने अररिया जेल में भी छापेमारी की। पत्रकार हत्याकांड मामले में गहन जांच की गई और 24 घंटे के अंदर 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
क्या है अररिया पत्रकार हत्याकांड का पूरा मामला
अररिया जिले के रानीगंज थाना क्षेत्र के बेलसरा के हीरो शोरूम के पीछे स्थित प्रेमनगर गांव में शुक्रवार अहले सुबह एक दैनिक अखबार के पत्रकार विमल कुमार यादव को घर से बुलाकर चार हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। उनकी पत्नी पूजा देवी के चिल्लाने पर पड़ोसियों के पहुंचने से सारे हमलावर भाग निकले थे। पड़ोसियों ने ही पुलिस को हमले की सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस पत्रकार को अस्पताल लेकर गई। वहां डॉक्टरों ने विमल कुमार यादव को मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने अररिया जिला अस्पताल में पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों के हवाले कर दिया।
दो साल पहले हुई थी भाई की हत्या, अंडरट्रायल केस में मुख्य गवाह थे विमल
विमल कुमार यादव की पत्नी पूजा देवी ने बताया कि दो साल पहले इसी तरह उनके देवर गब्बू यादव की भी बदमाशों ने सरेआम हत्या कर दी थी। अपने भाई के मर्डर केस में विमल कुमार यादव मुख्य गवाह थे। इस अंडर ट्रायल केस में उनके पति ने हाल ही में कोर्ट में गवाही दी थी। बदमाश लोग उनको आगे गवाही देने से रोकने के लिए जान से मारने की धमकी दे रहे थे। विमल ने उन धमकियों को नजरअंदाज कर दिया था। इसके अलावा पुलिस जांच कर रही है कि हत्या के पीछे क्या पड़ोसी से विवाद भी एक वजह है या कोई और मामला है।