जमुई जिले के झाझा के चर्चित भूमि कब्जे के मामले में खबर उजागर होने के बाद झाझा के थानाध्यक्ष मीडियाकर्मियों पर बौखला गए है।थानाध्यक्ष के बोल बिगड़ गए है।पत्रकार को धमकी देते है मान हानि के मुकदमे का।थानाध्यक्ष कहते हैं सीओ हमारा बॉस नही है।हम उनसे रैंकिंग में ऊंचे पदाधिकारी हैं।वे हमें कोई आदेश निर्देश नही दे सकते।जब थानाध्यक्ष के बोल इस तरह से होंगे तो जनता के भूमि समस्याओं का निपटारा आखिरी कैसे होगा ।
सूबे के मुख्यमंत्री और डीजीपी की पहली प्राथमिकता है की भूमि विवाद की समस्या को निपटाएं।क्योंकि इस विवाद के कारण आए दिन खून खराबा की घटनाएं होती रहती हैं।
मामला झाझा थाना क्षेत्र के तेलियाडीह गांव के रणजीत यादव के भूमि का हैं।जिसमें सीओ ने थानाध्यक्ष को पत्र लिखकर विरोधी लोगो के विरुद्ध अग्रेतर कार्रवाई की बात कही थी।ढाई माह बीत जाने के बाद कार्रवाई शून्य रही और दूसरे पक्ष के लोगो ने रणजीत कुमार यादव के जमीन पर जबरन कब्जा जमाने का काम शुरू कर दिया।
जब इसकी शिकायत पुलिस थाने में की तो कार्यवाही नही हुई।इसके बाद यह मामला मीडिया में उजागर हुआ।फिर तो खबरों के सोशल मीडिया में वायरल होने के बाद थानाध्यक्ष के बिगड़े बोल और पत्रकार को धमकी तक दी जाने लगी।डीजीपी साहब/डीआइजी साहब/एसपी साहब देखिए आपके पुलिस वाले कैसी दादागिरी करते है।