Ranchi awaz live
रांची। दुर्गा पूजा की तैयारी को लेकर ग्रामीण क्षेत्र में भी काफी उत्साह देखा जा रहा है। सभी पूजा कमिटि के लोग अपने-अपने ढंग से जोरदार तैयारी में लगे हुए हैं। लेकिन इन सब के बीच नामकुम प्रखण्ड के राजाउलातु पंचायत में नवमी के दिन होनेवाली भैंसा बलि भी भक्तों के लिए एक अलग दिलचस्पी बनी रहती है। लगभग 200वर्ष पूर्व से ही यहां भैंसा की बलि पड़ते आ रही है। आसपास के हजारों की संख्या में ग्रामीण नवमी के दिन जुटते हैं और साक्षात बलि पूजा देखते हैं। इस दरम्यान भैंसा को बलि स्थल के पास समय से एक घंटे पहले ले आया जाता है। रोग से मुक्त होने, संकट को दूर करने के लिए कई ग्रामीण भैंसा के पूंछ को अपने-अपने षरीर से छुआते हैं। मान्यता है कि ऐसे करने से सभी संकट दूर हो जाते हैं। वहीं बलि के पश्चात गिरे हुए खून पर खाली पैर ग्रामीण चलते भी हैं। लोगों का मानना है कि पैर फटने वाली बीमारी और पैर से संबंधित सभी रोग दूर हो जाते हैं। ग्रामीणों ने बताया कि अगर बलि प्रचलन को बंद करने का निर्णय वे लोग लेते हैं तो गांव में कुछ अनहोनी घटना होने लगती है।
Reporter – अखिलेश कुमार