धनबाद जिले में शुक्रवार सुबह से झारखंड CM हेमंत सोरेन के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा के ठिकानों पर ED की टीम छापेमारी कर रही है। साथ ही साहेबगंज के 12 ठिकानों पर भी कार्रवाई चल रही है। ये छापेमारी सुबह 5 बजे से की जा रही है। पूरा इलाका सील कर दिया गया है, सभी जगह सीआरपीएफ तैनात है। जिन जगहों पर छापेमारी हो रही, वो पंकज मिश्रा के करीबी बताए जा रहे हैं।
बता दें कि कुछ दिनों पहले ही मीडिया से बातचीत करते हुए पंकज मिश्रा ने कहा था कि वे ईडी की जांच से डरने वाले नहीं हैं। वो तैयार बैठे हैं और उस दिन का इंतजार कर रहे हैं जब ईडी अधिकारी उनसे पूछताछ करेंगे। उन्होंने कहा था कि मैंने कोई गलत काम नहीं किया है और हर सवाल का जवाब देने के लिए तैयार हूं।
ये है मामला
दरअसल साहिबगंज जिले के बरहरवा में जून 2020 के टेंडर विवाद में एक केस दर्ज किया गया था। जिसे ईडी ने टेकओवर किया है। बरहरवा का यह केस शंभु नंदन कुमार उर्फ शंभु भगत ने दर्ज कराया था। पूछताछ में शंभू ने ईडी को बताया कि मंत्री आलमगीर आलम के भाई की कंपनी नगर पंचायत बरहरवा में वाहन प्रवेश शुल्क वसूली के टेंडर में शामिल थी।
उस कंपनी ने एक डमी कंपनी के जरिए 5 करोड़ रुपये तक की बोली लगाई। बाद में पैसा जमा नहीं कराने पर दूसरी बोली 1.46 करोड़ में लगाकर आलमगीर आलम की कंपनी ने ठेका ले लिया। शंभु को इसकी भनक थी, इसलिए उन्होंने इस ठेके को 1.80 करोड़ में ले लिया।
उन्होंने बरहरवा थाने में मंत्री आलमगीर आलम व सीएम के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा के इशारे पर मारपीट करने से जुड़ी प्राथमिकी दर्ज करायी थी। दोनों ही आरोपियों को साहिबगंज पुलिस ने क्लीन चिट दे दी थी।