धनबाद के असर्फी अस्पताल के एक अंग नयनश्री नेत्रालय में Pediatric Ophthalmology न्यूरो-ऑप्थैल्मिक मूल्यांकन और उपचार कराना आसान हो जायेगा। इस बारे में एक प्रेस कांफ्रेंस का आयोजन कर असर्फी अस्पताल का नेत्र रोग विभाग के डॉ. गुरचरण सिंह ने विस्तृत जानकारी देते हुए कई जानकारियां दी। डॉ. गुरचरण सिंह अपने प्रख्यात शिशु एवं न्यूरों नेत्र नेत्र रोग विशेषज्ञों के लिए जाने जाते है। डॉ. गुरचरण सिंह, MS (Ophthalmology) है और Fellowship L V Prasad Eye Institute, Hyderabad है।
उन्होंने बताया कि धनबाद वासियों को न्यूरो ऑपथैल्मोलॉजी के लिए लोगों को दूसरे राज्यों में जाना पड़ता था। असरफी अस्पताल के गुलदस्ते में इस चिकित्सा सुविधा के शामिल होने से अब धनबाद और इसके आसपास के क्षेत्रों के लोगों के लिए राज्य के बाहर यात्रा किए बिना न्यूरो-ऑप्थैल्मिक मूल्यांकन और उपचार कराना आसान हो जाएगा। यहां बेहद कम कीमत पर यह चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने वाला एकमात्र सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल होगा। इलाज के लिए सारे आधुनिक जांच मशीन यंहा उपलब्ध है जो इलाज को सुलभ बनाता है।
डॉ. गुरचरन सिंह ने बताया कि लोगों को प्रारंभिक अवस्था में गंभीर नेत्र रोगों का पता लगाने के लिए इंट्राओकुलर दबाव (आंखों का दबाव) मूल्यांकन और संपुर्ण रेटिना परीक्षा सहित व्यापक नेत्र परीक्षण से गुजरना चाहिए। ऐसा उन लोगों में अधिक होता है जो मधुमेह रोगी हैं या जिनका ग्लूकोमा का पारिवारिक इतिहास है।
बताया कि मायोपिया की प्रगति को रोकने के लिए हर बच्चे के लिए कम से कम 2 घंटे की बाहरी गतिविधि और स्क्रीन समय को सीमित करना चाहिए जिससे बच्चों का नेत्र सही रह सकें। इसके अलावा, एक सामान्य स्वस्थ बच्चे के लिए पहली आंख की जांच लगभग 3-4 साल की उम्र में शुरू होनी चाहिए ताकि अपवर्तक त्रुटि (आंखों के चश्मे की आवश्यकता) का पता लगाया जा सके, और बच्चे की आंखों को आलसी और खराब दृष्टि से जीवन के लिए रोका जा सके।
नयनश्री नेत्रालय में निम्नलिखित सेवाए भी शामिल है
व्यापक नेत्र जाँच
न्यूरो नेत्र विज्ञान
बाल चिकित्सा नेत्र विज्ञान
मधुमेह रेटिनोपैथी परीक्षा
मेडिकल रेटिना और यूवीईए
मोतियाबिंद
ग्लूकोमा