ट्विटर के नए बॉस एलन मस्क ने कंपनी के करीब 50 फीसदी कर्मचारियों की छंटनी कर दी थी। हालांकि, इसके तुरंत बाद उन्होंने कुछ कर्मचारियों से काम पर वापस आने की अपील भी की है। ट्विटर के बाद अब फेसबुक, इंस्टाग्राम और व्हाट्सएप कंपनियों की पैरेंट कंपनी मेटा प्लेटफॉर्म्स भी छंटनी करने जा रही है। मार्क जकरबर्ग की कंपनी ने आज 9 नवंबर से छंटनी शुरू कर दी है। एक रिपोर्ट के अनुसार कंपनी की कॉस्ट कटिंग रणनीति के तहत ये छंटनी की जा रही है। कंपनी के मुनाफे में गिरावट आने के बाद बिक्री में भी कमी आई है। इसके बाद मार्क ने यह कदम उठाया है।
करीब 10 फीसदी एंप्लाइज की जाएगी नौकरी
मार्क जुकरबर्ग ने अपने एग्जीक्यूटिव्स को छंटनी के लिए तैयार एक दिन पहले यानी 8 नवंबर को बात की है। उन्होंने कहा कि प्रभावित होने वाले कर्मचारियों को 9 नवंबर से नोटिफिकेशन मिलना शुरू हो जाना चाहिए। एक रिपोर्ट के अनुसार, करीब 10 फीसदी कर्मचारियों की नौकरी जाने वाली है।
जुकरबर्ग ने गलत कदमों के लिए खुद को ठहराया जवाबदेह
नाम ना बताने की शर्त पर कुछ लोगों ने छंटनी के बारे जानकारी दी है। कई लोगों को आज से नोटिफिकेशन मिलना शुरू हो जाएगा। वॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट मुताबिक परिचित लोगों का हवाला देते हुए कहा गया है कि मंगलवार एक एक मीटिंग हुई जिसमें मार्क जुकरबर्ग काफी निराश नजर आए। बैठक के दौरान वह कंपनी के गलत कदमों के लिए जवाबदेह हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि कंपनी की ग्रोथ को लेकर बेहद आशावादी होने के चलते कर्मचारियों की संख्या में इजाफा हुआ।
दो पहले ही मिल गए थे छंटनी के संकेत
मेटा के चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर मार्क जुकरबर्ग ने दो महीने पहले ही कंपनी के स्टाफ को छंटनी के बारे में संकेत दे दिए थे। सितंबर के अंत में सूचना दी थी कि मेटा अपना खर्च घटाने वाली है और इसके लिए टीमों की पहचान करने वाली है। इसके अलावा कंपनी ने नई भर्तियों को भी फ्रीज कर दिया है। मेटा के सीईओ ने ये भी कहा था कि साल 2023 में मेटा अपने कर्मचारियों की संख्या साल 2022 के मुकाबले कम रखने वाली है।