कल्याण विभाग द्वारा विगत तीन वर्षों से आठवीं कक्षा में पढ़ने वाले छात्र छात्राओं को साईकिल का वितरण नहीं किया गया है।
कोरोना का में लाकडाउन और उसके बाद भी शिक्षण संस्थाएं बंद रहने के समय से साइकिल वितरण योजना पर अमल नहीं किया गया है।
विगत वर्ष शिक्षण संस्थाओं में पठन पाठन शुरू होने पर पुनः योजना के तहत सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले एससी, एसटी, ओबीसी एवं अल्पसंख्यक वर्ग के छात्र छात्राओं को साइकिल देने की कवायद शुरू हुई और पात्र छात्र छात्राओं की सूची मंगाई गई मगर वे साइकिल की बाट जोहते रहे, साइकिल नहीं आई।
उसी प्रकार इस वर्ष भी राज्य भर में जिलों से सत्र 2022-23 के लिए सूची मंगा ली गई मगर अभी तक वितरण का मुहूर्त नहीं निकला है।
पढाई बीच में छोड़ देने के महत्वपूर्ण कारणों में घर से स्कूल की दूरी होना बड़ा कारण था। खासकर ग्रामीण क्षेत्र और बालिकाओं के ड्राप आउट का बड़ा कारण मानते हुए शुरुआत में सरकार ने इस योजना को लडकियों के लिए शुरू किया था। बाद में इस योजना में लड़को को भी शामिल किया गया और उन्हें भी आठवीं कक्षा में साइकिल दी जाने लगी।
2015 तक कल्याण विभाग के द्वारा छात्र छात्राओं के बीच सरकार द्वारा अधिकृत एजेंसी के माध्यम से साइकिल का वितरण किया जा रहा था। लेकिन पिछली झारखंड सरकार में इस योजना के तहत साइकिल न देकर चयनित लाभुकों के बैंक अकाउंट में निर्धारित योजना राशि डीबीटी की जाने लगी। अब डीबीटी की जगह फिर से साइकिल वितरित करने का निर्णय लिया गया है।
इस योजना के तहत आठवीं कक्षा में पढ़ने वाले अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति, पिछड़ा वर्ग, अल्पसंख्यक समुदाय के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले छात्र एवं छात्राओं को साइकिल दी जाती है।
हजारीबाग जिला अंतर्गत लगभग 56 हजार छात्र छात्राएं होंगे लाभान्वित
प्राप्त जानकारी के अनुसार हजारीबाग जिला अंतर्गत सत्र 2022-23 में सरकारी स्कूलों में आठवीं कक्षा में पढ़ने वाले एसटी, एससी, ओबीसी एवं माइनोरिटी को मिला कर 21162 छात्र छात्राओं की सूची भेजी गई है जबकि इन विद्यालयों में नौंवी कक्षा में अध्ययनरत बच्चों की संख्या 19253 तथा 10वीं के 14912 छात्र छात्राओं की सूची दी गई है जिन्हें योजना के तहत साईकिल दी जानी है।
कोरोना काल वर्ष 2020-21 से मुख्यमंत्री साइकिल योजना का लाभ किसी को नहीं मिला है। क्योंकि कोरोना के कारण शिक्षण संस्थाएं बंद थी। उन्हीं विपरीत परिस्थितियों में 2021-22 में भी छात्र छात्राओं के बीच साइकिल का वितरण नहीं हो सका। हालांकि साईकिल वितरण के लिए स्कूलों से सूची तैयार करने के लिए कहा गया था।
दो वर्ष के अंतराल के बाद इस योजना को नियमित करने का प्रयास सरकार स्तर से शुरू किया जा रहा है। इसी के तहत इस वर्ष आठवीं के साथ नौवीं एवं दसवीं के विद्यार्थियों को मिलेगी वितरित करने की कवायद शुरू की गई है।
मुख्यमंत्री साइकिल योजना मुख्यतः आठवीं कक्षा में पढने वाले छात्र छात्राओं के लिए है। लिहाजा इस वर्ष सरकारी स्कूलों के आठवीं के विद्यार्थियों को तो साइकिल दी जानी है ही साथ ही चूंकि विगत दो वर्ष आठवीं के बच्चों को इस योजना का लाभ नहीं दिया जा सका था, इसलिए इस बार तीनों वर्ष का बैकलॉग क्लीयर करने के इरादे से चालू वर्ष के आठवीं कक्षा के साथ नौवीं एवं दसवीं कक्षा में प्रोन्नति पाए बच्चों को भी योजना के तहत साइकिल दिया जाना है।
साईकिल आपूर्ति के लिए सरकार स्तर से निकाला गया है टेंडर: डीडब्लूओ
बताया गया है कि राज्य के विभिन्न जिलों में साईकिल की आपूर्ति के लिए राज्य स्तर से टेंडर निकाला गया है। टेंडर फाइनल होने पर चयनित एजेंसी के द्वारा जिला तथा प्रखंडों में साईकिल की आपूर्ति की जाएगी।