पाकिस्तान बॉर्डर के पास जोधपुर एयरबेस पर भारत और फ्रांस की एयरफोर्स का गरुड़ 7 युद्ध्भयास जारी है. पिछले 10 दिनों से जारी इस युद्धभ्यास में राफेल, तेजस, जगुआर और सुखोई-30 जैसे महत्वपूर्ण लड़ाकू विमान लगातार अपनी शक्ति प्रदर्शन कर रहे हैं. इस बीच मंगलवार को दोनों देशों के एयर चीफ जोधपुर पहुंचे और इन फाइटर जेट में एक घंटे तक उड़ान भरी. भारतीय वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी ने राफेल और फ्रांसीसी एयरफोर्स ‘फ्रेंच आर्मी डे एयर’ के चीफ जनरल स्टीफन मिल ने सुखोई में बतौर को पायलट उड़ान भरी. इस दौरान एक साथ 10 फाइटर जेट और ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट ने जोधपुर एयरबेस से उड़ान भरी.
इसके बाद जोधपुर में बात करते हुए, एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी ने कहा कि भारत ने सीखा है कि अपनी अंतरसंचालनीयता (interoperability) को कैसे आगे बढ़ाया जाए. उन्होंने कहा, फ्रांसीसी वायु सेना भी राफेल उड़ाती है, हम भी राफेल उड़ाते हैं, लेकिन हम राफेल के साथ कई अन्य विमान उड़ाते हैं. यह सीखना महत्वपूर्ण है कि मित्र राष्ट्रों के साथ कैसे तालमेल बिठाया जाए.”
उन्होंने कहा, भारत के लिए 4.5 जेनरेशन के एयरक्राफ्ट को अपनी बेड़े में जोड़ना बहुत जरूरी है. “निश्चित रूप से, हमें तत्काल जरूरतों को पूरा करने के लिए 4.5 जेनरेशन के एयरक्राफ्ट और राफेल के पांच से छह स्क्वाड्रन की आवश्यकता है.
दिल्ली में भी हुई थी मुलाकात
इससे पहले वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वी आर चौधरी ने सोमवार को दिल्ली में अपने फ्रांसीसी समकक्ष जनरल स्टीफन मिल के साथ व्यापक बातचीत की, जिसमें विभिन्न भू-राजनीतिक घटनाक्रमों की पृष्ठभूमि में द्विपक्षीय सैन्य सहयोग को बढ़ावा देने के तरीकों पर ध्यान केंद्रित किया गया. फ्रांसीसी सैन्य अधिकारी भारत के दौरे पर हैं. भारतीय वायु सेना ने ट्वीट किया, फ्रांसीसी वायु और अंतरिक्ष बल के चीफ ऑफ स्टाफ जनरल स्टीफन मिल ने आज एयर चीफ मार्शल वी आर चौधरी से वायु सेना मुख्यालय, नयी दिल्ली में मुलाकात की. दोनों प्रमुखों ने द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ाने और आपसी हित के क्षेत्रों में सहयोग को मजबूत करने के तरीकों और साधनों पर चर्चा की.
पता चला है कि एयर चीफ मार्शल चौधरी और जनरल मिल के बीच हुई बातचीत में हिंद-प्रशांत के साथ-साथ हिंद महासागर क्षेत्र में समग्र स्थिति पर चर्चा हुई. जनरल मिल की यात्रा जोधपुर में भारतीय और फ्रांस की वायु सेना के बीच 18 दिवसीय सैन्य अभ्यास के बीच हुई है. राफेल, तेजस, जगुआर और सुखोई-30 जैसे महत्वपूर्ण लड़ाकू विमानों के साथ गरुड़ सात अभ्यास 26 अक्टूबर को शुरू हुआ और 12 नवंबर को खत्म होगा.