नई दिल्ली। संसद का शीतकालीन सत्र जारी है। सरकार इस सत्र में विपक्ष को तमाम सवालों और वार पर पलटवार कर रही है। फिर चाहे वो किसान से जुड़ा मुद्दा हो या फिर महंगाई। विपक्ष की ओर से लगाए जा रहे आरोपों और दागे जा रहे सवालों का जवाब दिया जा रहा है। इसी कड़ी में सोमवार को लोकसभा में गृहमंत्री अमित शाह नागालैंड में हुई गोलीबारी की घटना पर अपना बयान दिया।
गृहमंत्री अमित शाह ने नागालैंड फायरिंग को लेकर लोकसभा में कहा कि, मौजूदा समय में स्थिति तनावपूर्ण लेकिन नियंत्रण में है। उन्होंने कहा कि, भीड़ के हिंसा करने पर सुरक्षाबलों को फायरिंग करनी पड़ी। एसआईटी टीम का गठन किया गया है, जो 1 माह में जांच कर रिपोर्ट पेश करेगी।
दरअसल, नागालैंड के मोन जिले के ओटिंग गांव में शनिवार को सुरक्षा बलों की कथित गोलीबारी में 14 आम नागरिकों की मौत हो गई थी। यही नहीं सेना के मुताबिक इस दौरान एक सैन्यकर्मी की भी शहीद हो गया था, जबकि कई अन्य घायल हुए थे।
इस घटना के बाद से ही विपक्ष सरकार को घेर रही थी। अब सरकार इस मामले में अपनी चुप्पी तोड़ रही है। खुद गृहमंत्री इस घटना के बाद सरकार के कदमों को लेकर अपना बयान साझा करेंगे।
250लोगों की उज्जवलित भीड़ ने मोन जिले में तोड़फोड़ करने के साथ आगजनी की घटना को अंजाम दिया। इसके जवाब में सुरक्षाबलों को भीड़ को तितर बितर करने के लिए गोली चलानी पड़ी। पूरी घटना पर सेना ने दुख जताया है।
सिटी को पूरे दिन मॉनिटर किया गया। गृहमंत्रालय की ओर से तत्कार संज्ञान लेते हुए हर मोमेंट पर नजर रखी जा रही है। सरकार स्थिति पर सूक्षमता से नजर रख रही है। अमित शाह ने किया मैंने राज्यपाल और मुख्यमंत्री बातचीत की है। भविष्य में किसी भी तरह की अप्रिय घटना ना हो, इसको लेकर अतिरिक्त सुरक्षा बल मुहैया करवा दिया गया है। उन्होंने कहा कि, भारत सरकार नागालैंड में हुए इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना पर अत्यंत खेद व्यक्त करती है।