बिहार पुलिस अपने कारनामों को लेकर हमेशा सुर्खियों में रहती है। पुलिस के कई कारनामे अच्छे होते हैं तो वहीं कई मामले ऐसे भी सामने आते हैं, जिसके कारण पुलिस विभाग के लए जवाब देना मुश्किल हो जाता है। ऐसा ही एक मामला सहरसा में सामने आया है। बिहार पुलिस का एक वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आने के बाद लोग नीतीश कुमार की सरकार पर महिलाओं की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सवाल उठा रहे हैं।
इन दिनों वायरल हो रहे इस वीडियो में बिहार में एक दरोगा थाने में ही महिला से मालिश कराता दिखाई दिया। उसने अपने कपड़े भी उतार रखे थे। मालिश कराते हुए जब उसका यह वीडियो सामने आया तो तहलका मच गया। वीडियो वायरल होने के बाद एसपी लिपि सिंह ने उसे निलंबित कर दिया है। तो वहीं इस कृत्य के चलते बिहार पुलिस की छवि को धक्का लगा है।
वीडियो में नौहट्टा प्रखंड के दरहर थाना क्षेत्र में एक महिला को अपने बेटे को जेल से छुड़ाने के लिए ड्यूटी पर तैनात पुलिस अधिकारी को मसाज देने के लिए मजबूर किया गया, पुलिस वाले को वकील से बात करते हुए भी सुना जा सकता है। डरहार ओपी के थानाध्यक्ष शशिभूषण सिंह है ने महिला की मजबूरी का गलत फायदा उठाते हुए नंगे बदन मालिश कराई है।
थानाध्यक्ष की बातचीत से लग रहा है कि महिला किसी परेशानी में है और थानेदार उसका काम कराने के एवज में उससे ये सेवा ले रहा है। वीडियो वायरल होने के बाद जिले की एसपी लिपि सिंह ने थानेदार शशिभूषण सिंह को सस्पेंड कर दिया है और लाइन हाजिर करने का भी आदेश दिया है। वायरल वीडियो में पीली साड़ी पहनी महिला मालिश कर रही है जबकि एक अन्य महिला जो गेरुआ रंग की साड़ी पहनी है, उसके सामने बैठी है।
वीडियो में शशिभूषण को कॉल पर बात करते हुए आप सुन सकते हैं, जिसमें वो वकील से बात करते हुए कह रहा है कि महिला के बेटे की बेल करवा दें, इसके लिए 10 हजार रुपए वे दे रहे हैं। थानेदार शशिभूषण सिन्हा कहते सुने गए कि वकील साहब यह महिला बहुत गरीब-बेचारी है। कितने पैसे भेज दें? कल लिफाफा भेज देंगे। सोमवार को पूरा पता और मोबाइल नंबर देकर भेज देंगे। पप्पू बाबू निवेदन है, देख लीजिए। इसमें 10 हजार रुपए मेरा ही खर्चा है।