बिहार एमएलसी चुनाव के नतीजों में एनडीए विपक्षी दलों पर भारी पड़ी है। गुरुवार को आए नतीजों में 24 सीटों में एनडीए ने 14 सीटों पर जीत हासिल की है। इसमें भाजपा 8, उसकी सहयोगी जदयू 4 और राजद को 6 सीटें मिलीं हैं। वहीं एक बेगूसराय-खगडिय़ा क्षेत्र की सीट काफी चर्चा में है। दरअसल इस क्षेत्र में कांग्रेस के प्रत्याशी को जीत मिली है।
बता दें कि बेगूसराय भाजपा सांसद गिरिराज सिंह का गढ़ कहा जाता है। ऐसे में मौजूदा भाजपा एमएलसी को हराकर कांग्रेस के राजीव कुमार ने इस चुनाव में जीत दर्ज की है। राजीव कुमार को दूसरी वरीयता के मतों की गिनती के बाद विजेता घोषित किया गया। उन्होंने बीजेपी के उम्मीदवार रजनीश कुमार को हराया।
वहीं इस सीट से राष्ट्रीय जनता दल के मनोहर यादव तीसरे स्थान पर रहे। बता दें कि रजनीश कुमार पिछले दो बार से लगातार इस सीट से एमएलसी चुने गये थे लेकिन इस बार उन्हें राजीव कुमार ने मात दे दी है। बताया जा रहा है कि केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह और भाजपा उम्मीदवार रजनीश सिंह के बीच तालमेल बेहतर नहीं था।
राजीव कुमार पूर्व मंत्री रामानंद प्रसाद सिंह उर्फ आरएन सिंह के बड़े बेटे हैं। आरए सिंह बिहार में जाना पहचाना नाम है। वो परबत्ता विधानसभा से पांच बार विधायक रहे हैं। राजीव कुमार ने 12 साल के बाद इस क्षेत्र में कांग्रेस का परचम लहराया है। 17 फरवरी 1968 को जन्में राजीव कुमार ने दार्जिलिंग के माउंट हरमन स्कूल से मैट्रिक और इंटर की परीक्षा प्रथम श्रेणी में पास की।
इसके बाद उन्होंने दिल्ली का रुख किया। उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय के रामजस कालेज से लॉ की शिक्षा ली। बाद में उन्होंने कारोबार के क्षेत्र में भी नाम कमाया। राजीव कुमार का व्यवसाय रांची में भी है। राजीव कुमार के दो पुत्र डा. निखिल कुमार और अमन कुमार है। उनकी पत्नी का नाम वीणा कुमारी है। उन्होंने ग्रेजुएशन तक शिक्षा ली है।
कांग्रेस उम्मीदवार राजीव कुमार ने अपनी जीत का श्रेय अपने पिता, भाई संजीव के अलावा खगडिय़ा और बेगूसराय के जनप्रतिनिधियों को दिया है।