किसान खत्म करेंगे धरना, भगवंत मान सरकार और किसानों के बीच बनी सहमति

246 0

नई दिल्ली:  पंजाब सरकार ने बुधवार को कैबिनेट की बैठक बुलाई, जिसमें किसानों के हित में कई अहम फैसले लिए गए इस बैठक के बाद किसानों और पंजाब सरकार के बीच सहमति बन गई , पंजाब भवन में सीएम भगवंत मान और किसान नेताओं के बीच बैठक खत्म हो गई और किसान धरना  खत्म करेंगे।

गौर हो कि पंजाब के किसान पुलिस द्वारा चंडीगढ़ में प्रवेश करने से रोकने के बाद राज्य की AAP सरकार के खिलाफ चंडीगढ़-मोहाली सीमा पर धरने पर बैठ गए थे। उनका कहना था कि हमारी 11 मांगें पूरी होने तक हमारा विरोध जारी रहेगा।

पंजाब के किसान 10 जून से गेहूं पर बोनस और धान की बुवाई शुरू करने सहित विभिन्न मांगों को लेकर आम आदमी पार्टी (AAP) सरकार पर दबाव बनाने के लिए राज्य की राजधानी जाने से रोके जाने के बाद मंगलवार को चंडीगढ़-मोहाली सीमा के पास धरने पर बैठ गए।

मुख्यमंत्री भगवंत मान ने इस विरोध को अनुचित और अवांछनीय करार देते हुए किसान संघों से नारेबाजी बंद करने और पंजाब के घटते जल स्तर को रोकने के लिए राज्य सरकार से हाथ मिलाने को कहा।

सीएम भगवंत मान ने कहा- वह एक किसान के बेटे हैं

मान ने कहा कि किसानों के लिए बातचीत के लिए उनके दरवाजे खुले हैं, लेकिन खोखले नारे जल स्तर को और कम करने के उनके संकल्प को नहीं तोड़ सकते। उन्होंने यह भी कहा कि वह एक किसान के बेटे हैं और फसल उत्पादकों की समस्याओं से अच्छी तरह वाकिफ हैं।

किसान नेता ने पंजाब सरकार को दिया था अल्टीमेटम

इससे पहले, किसान नेता जगजीत सिंह दल्लेवाल ने पंजाब सरकार को एक अल्टीमेटम देते हुए कहा कि अगर मुख्यमंत्री बुधवार तक प्रदर्शनकारियों के साथ बैठक नहीं करते हैं, तो वे अनिश्चितकालीन विरोध प्रदर्शन करने के लिए चंडीगढ़ की ओर बढ़ेंगे। चंडीगढ़ में कई किसान संगठनों के अनिश्चितकालीन विरोध के आह्वान के मद्देनजर चंडीगढ़-मोहाली सीमा पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया।

चंडीगढ़ में प्रवेश करने से रोकने के लिए बैरिकेड्स और टिपर लगाए और वाटर कैनन चलाए।

मोहाली पुलिस ने प्रदर्शनकारी किसानों को चंडीगढ़ में प्रवेश करने से रोकने के लिए बैरिकेड्स और टिपर लगाए और वाटर कैनन चलाए। चंडीगढ़ पुलिस ने भी इसी तरह के सुरक्षा इंतजाम किए थे। एक किसान नेता ने कहा कि यह पंजाब में हमारे संघर्ष की शुरुआत है और यह तब तक जारी रहेगा जब तक कि हमारी मांगें पूरी नहीं हो जातीं। अभी तक केवल 25 प्रतिशत किसान ही यहां आए हैं। कल और आएंगे। यह करो या मरो की लड़ाई है।

किसान प्रत्येक क्विंटल गेहूं पर 500 रुपए का बोनस चाहते हैं

अपनी विभिन्न मांगों के बीच किसान प्रत्येक क्विंटल गेहूं पर 500 रुपए का बोनस चाहते हैं क्योंकि अभूतपूर्व गर्मी की स्थिति के कारण उनकी उपज गिर गई है और कम हो गई है। वे बिजली के बोझ को कम करने और भूमिगत जल के संरक्षण के लिए 18 जून से धान की बुवाई की अनुमति देने के पंजाब सरकार के फैसले के भी खिलाफ हैं। प्रदर्शनकारी चाहते हैं कि सरकार उन्हें 10 जून से धान की बुवाई की अनुमति दे। वे मक्का और मूंग के न्यूनतम समर्थन मूल्य के लिए अधिसूचना भी जारी करना चाहते हैं।

किसान पंजाब सरकार से कर रहे हैं ये अहम मांगें

वे सरकार से बिजली लोड बढ़ाने पर लगने वाले शुल्क को 4800 रुपए से घटाकर 1200 रुपए करने, 10-12 घंटे बिजली आपूर्ति और बकाया गन्ना भुगतान जारी करने की भी मांग कर रहे हैं। प्रदर्शनकारी स्मार्ट बिजली मीटर लगाने का भी विरोध कर रहे हैं। राशन, बिस्तर, पंखे, कूलर, बर्तन, रसोई गैस सिलेंडर और अन्य सामान लेकर पंजाब भर के किसान मोहाली के गुरुद्वारा अम्ब साहिब में एकत्रित हुए। भारती किसान यूनियन (लखोवाल) के महासचिव हरिंदर सिंह लखोवाल ने कहा कि हम इस विरोध को जीतेंगे। 17 अप्रैल को मुख्यमंत्री के साथ पिछली बैठक के दौरान, उन्होंने 11 मांगों का एक चार्टर प्रस्तुत किया था और मान ने उन्हें मुद्दों को हल करने का आश्वासन दिया था, लेकिन एक भी मांग अभी तक स्वीकार नहीं की गई है।

Spread the love

Awaz Live

Awaz Live Hindi Editorial Team members are listed below:

Related Post

पीएम मोदी ने कहा- इस बजट से गरीबों का होगा कल्याण, जीवन के हर क्षेत्र को बनाएगा आधुनिक

Posted by - February 1, 2022 0
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण  के बजट पेश करने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद मोदी ने संबोधन करते हुए कहा कि इस…

मूसलाधार बारिश के चलते केदारनाथ यात्रा पर रोक, अमरनाथ हादसे के बाद रुद्रप्रयाग प्रशासन ने उठाया कदम

Posted by - July 9, 2022 0
उत्तराखंड में जारी केदारनाथ यात्रा को प्रशासन ने रोक दिया है। अमरनाथ यात्रा के दौरान हुए हादसे के बाद प्रशासन…

MLC चुनाव के बाद गोलियों की गूंज से दहल उठा सिवान, एके-47 से निर्दलीय प्रत्याशी पर बरसाईं गोलियां,एक की मौत

Posted by - April 5, 2022 0
बिहार में सोमवार (4 अप्रैल) को ही विधान परिषद चुनाव के लिए मतदान हुआ है। अब सात अप्रैल को इसकी…

Leave a comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *