महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई के कुर्ला में मंगलवार को एक बड़े हादसे में चार मंजिला इमारत ढह गई। इसके नीचे दबकर तीन व्यक्तियों की मौत हो गई है। फिलहाल फायर ब्रिगेड के कर्मचारियों ने करीब 12 लोगों को सुरक्षित बचा लिया है। दो दर्जन से ज्यादा लोगों के अब भी अंदर दबे होने की आशंका है। स्थानीय प्रशासन का कहना है कि इमारत कमजोर थी और अचानक ढह गई। इसमें गरीब और कामगार लोग रहते थे। इमारत के गिरने से पहले जोरदार धमाका हुआ। इससे आसपास के लोग दहशत में आकर बाहर निकल आए। बचाव अभियान के लिए दमकल की टीम और पुलिस मौके पर मौजूद है।
राष्ट्रीय सुरक्षा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) के डिप्टी कमांडेंट आशीष कुमार का कहना है कि दमकल टीम को सोमवार रात 11.52 बजे फोन आया और घटना की जानकारी मिली तो तुरंत राहत टीम को मौके पर रवाना किया गया। अधिकारियों के अनुसार स्थिति का जायजा लेने के लिए दमकल की 12 गाड़ियां, दो बचाव वैन और छह एंबुलेंस तैनात की गई हैं। इसके अलावा 28 कर्मचारियों के साथ पांच जेसीबी हैं।
राजावाही अस्पताल के डॉक्टर ने कहा कि उनके पास आठ मरीज लाए गए थे। ये सभी पुरुष थे। हैं। इसमें से एक भर्ती है, जबकि सात का ओपीडी में इलाज चल रहा है। उनकी हालत स्थिर है।
महाराष्ट्र के मंत्री आदित्य ठाकरे ने सोमवार रात मुंबई कुर्ला का दौरा किया, जहां चार मंजिला इमारत ढह गई थी। उन्होंने कहा कि बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) के नोटिस पर ऐसी संपत्ति को हर हाल में खाली कर दिया जाना चाहिए। ठाकरे ने एएनआई से कहा, “जब भी बीएमसी नोटिस जारी करे, इमारतों को खुद खाली कर देना चाहिए.. अन्यथा, ऐसी घटनाएं होती रहेंगी जो दुर्भाग्यपूर्ण है… अब इस पर कार्रवाई करना जरूरी है।”
उन्होंने कहा, “पास की चारों इमारतों को नोटिस जारी किया गया था, लेकिन लोग वहां रह रहे हैं। हमारी प्राथमिकता सभी को बचाना है… हम इन इमारतों को खाली कराने और गिराने की जांच करेंगे ताकि आसपास के लोगों को परेशानी न हो।”
महाराष्ट्र के मंत्री सुभाष देसाई ने कहा, “मृतकों के परिवार वालों को 5-5 लाख रुपए दिए जाएंगे और घायलों का मुफ्त इलाज कराया जाएगा। घटना की जांच की जाएगी और जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। ऐसी घटना दोबारा नहीं हो, यह सुनिश्चित करने के लिए एक बैठक बुलाई गई है।”