कोरोना वायरस महामारी से जंग के दौरान इस संक्रमण के फैलाव को रोकने के लिए सरकार की ओर से कई उपाय किए गए है। इसी कड़ी में एक तरीका ये भी था कि इसको लेकर ज्यादा से ज्यादा लोगों को जागरूक किया जाए। लिहाजा हर मोबाइल फोन पर एक कोविड कॉलर ट्यून के जरिए लोगों के महमारी के खिलाफ सरकार की कदमों की जानकारी दी जा रही थी। हम जब किसी नंबर को डायल करते हैं तो उधर से प्री-कॉल ऑडियो सुनाई देता है। इस ऑडियो में कोरोना से बचाव के उपाय औऱ वैक्सीन की जानकारी दी जाती थी। लगभग 40 सेंकेंड की इस कॉलर ट्यून को लेकर सरकार अब बड़ा फैसला लेने जा रही है।
कोविड कॉलर ट्यून को लेकर दरअसल कई मोबाइल उपभोक्ता परेशान हो चुके हैं। इसको लेकर कई बार शिकायतें भी की जा चुकी हैं। आप भी कोरोना के कॉलर ट्यून से परेशान हो गए हैं तो आपके लिए अच्छी खबर है, क्योंकि जल्द ही इस कॉलर ट्यून को बंद किया जा सकता है।
सरकार कोविड -19 ‘कॉलर ट्यून’ को बंद करने पर विचार कर रही है। दरअसल कोरोना के बारे में जागरूकता बढ़ाने के करीब दो साल बाद फोन से कोविड-19 प्री-कॉल अनाउंमेंट को बंद करने के बारे बात चल रही है।
हालांकि इसको किस तिथि तक बंद किया जाएगा इसको लेकर कोई जानकारी स्पष्ट नहीं है। लेकिन देश भर में जीवन सामान्य होने के साथ जल्द ही इसे भी बंद कर दिया जाएगा।
दूर संचार विभाग ने लिखा पत्र
कोरोना कॉलर ट्यून को बंद करने के लिए दूरसंचार विभाग (DoT) की ओर से भी कदम उठाया गया है। विभाग की ओर से स्वास्थ्य मंत्रालय को पत्र लिखा गया है।
दूरसंचार ने बंद करने की बताई ये प्रमुख वजह
DoT ने स्वास्थ्य मंत्रालय को लिखे अपने पत्र में कहा है कि प्री-कॉलर कॉलर ट्यून को जारी रखना मतलब ऐसे महत्वपूर्ण कॉलों को रोकना और देरी करना है जो आपात स्थिति के लिए किए जा रहे हैं।
ऐसे में दूरसंचार सेवा प्रदाताओं (टीएसपी) मोबाइल नेटवर्क कॉल कनेक्शन में काफी देरी करते हैं। पत्र में ये भी कहा गया है कि, इस ऑडियो के चलते बैंडविथ के संसाधनों का खर्च भी बढ़ता है।
इससे टेलीकॉम ऑपरेटर्स के नेटवर्क पर ओवरलोड बढ़ता है जिससे फोन लगने में देरी होती है। यही नहीं इससे ग्राहकों को भी झुंझलाहट होती है क्योंकि उन्हें जल्दी में फोन करना होता है जबकि उधर से ऑडियो पहले बजता है।
पत्र में कहा गया है इसे रोके जाने की मांग सेल्युलर ऑपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया और मोबाइल ग्राहकों ने भी की है।
कई बार हो चुकी रिंग बैक टोन्स की शिकायत
बता दें कि इस ऑडियो को रिंग बैक टोन्स भी कहते हैं। रिंग बैक टोन्स के खिलाफ कई आरटीआई के माध्यम से शिकायत की गई है। 21 महीने से बज रही इस रिंग टोन में पहले एक्टर अमिताभ बच्चन की आवाज आती थी।
इसमें बचाव के तरीके बताए जाते थे। अब कोविड कॉलर ट्यून भारत में वैक्सीनेशन माइलस्टोन के बारे में बताता है।