भारत के इतिहास में पहली बार आज सुप्रीम कोर्ट की कार्यवाही की लाइव ट्रांसक्रिप्शन की गई। चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया (CJI) डीवाई चंद्रचूड़ (DY Chandrachud) के कोर्ट रूम में पहली बार 21 फरवरी को सुबह 10.30 बजे प्रयोग के लिए लाइव ट्रांसक्रिप्शन को लॉन्च किया गया। जो सफल रहा। लाइव ट्रांसक्रिप्शन के जरिए लोग जज के फैसले, टिप्पणी और सुझाव के साथ-साथ दोनों ओर के वकील की दलीलों को लाइव अपनी भाषा में सुन सकेंगे।
इससे कोर्ट में भाषा की दीवार खत्म होगी। अभी यह प्रायोगिक तौर पर शुरू की गई है। बाद में इसे पूरी तरीके से शुरू किए की योजना है। सुप्रीम कोर्ट में होने वाली सुनवाई के लाइव ट्रांसक्रिप्शन के लिए पहली बार नैचुरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग का यूज किया जाएगा। साथ ही आर्टिफिशयल इंटेलिजेंस (AI) और टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल होगा।