रूस और यूक्रेन के बीच आज (26 फरवरी, 2022) युद्ध का तीसरा दिन है। राजधानी कीव में बमबारी और धमाके जारी है। इस बीच, यूक्रेन की ओर से बड़ा दावा किया गया है। यूक्रेन ने कहा है कि उसने रूस के 3500 सैनिकों को मार गिराया है, जबकि 200 से अधिक को बंधक बना लिया है। इससे पहले खबर आई थी कि कीव में एक मिलिट्री यूनिट पर रूस की ओर से हमला कर दिया गया। वहीं, यूक्रेन में फंसे भारतीयों को वापस लाने की कोशिशें जारी हैं।
एक वीडियो संदेश में यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने लोगों से कहा है कि यूक्रेनी सेना की घुटने टेकने से जुड़ी बातें महज अफवाह हैं। वे लोग आखिरी दम तक लड़ेंगे। वे मजबूती से रूस का मुकाबला कर रहे हैं।
उधर, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) में भारत और चीन ने यूक्रेन पर हमले की निंदा की, पर सुरक्षा परिषद के वोट से परहेज कर दिया। यूक्रेन पर यूएनएससी मीटिंग में संयुक्त राष्ट्र में भारत के प्रतिनिधि टी.एस. तिरुमूर्ति ने कहा- यूक्रेन में जो हुआ, भारत उससे बेहद परेशान है। आग्रह हैं कि हिंसा और शत्रुता को तत्काल खत्म कर सभी प्रयास किए हों। नागरिकों के जीवन की सुरक्षा के लिए अभी तक कोई भी समाधान नहीं निकाला गया है।
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तिरुमूर्ति के बयान के मुताबिक, सभी सदस्य देशों को रचनात्मक तरीके से आगे बढ़ने के लिए सिद्धांतों का सम्मान करने की जरूरत है। मतभेदों और विवादों को निपटाने के लिए संवाद ही एकमात्र उत्तर है। हालांकि इस समय ये कठिन लग सकता है। इस बात से खेद है कि कूटनीति का रास्ता छोड़ दिया गया है, पर हमें उस पर लौटना होगा। इन सभी कारणों से, भारत ने इस प्रस्ताव पर परहेज़ करने का विकल्प चुना है।
यूक्रेन से लौटने वाले नागरिकों की यात्रा का खर्च उठाएगी बिहार सरकार
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि उनकी सरकार युद्धग्रस्त यूक्रेन से निकालकर भारत लाए जाने वाले राज्य के लोगों की यात्रा का खर्च उठाएगी। इन लोगों के शनिवार को भारत पहुंचने की उम्मीद है।
कुमार ने शुक्रवार देर रात को इस संबंध में घोषणा की। उन्होंने यूक्रेन में फंसे भारतीयों को वापस लाने के लिए विशेष उड़ानों की व्यवस्था करने पर केंद्र का आभार जताया। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें मालूम चला है कि ऐसी प्रत्येक उड़ान दिल्ली और मुंबई पहुंचेगी तथा राज्य सरकार बिहार के लोगों की यात्रा का खर्च वहन करेगी।
राज्य के विभिन्न हिस्सों से खबरें आ रही हैं कि माता-पिता यूक्रेन से अपने बच्चों की वापसी का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।
रूस के दूसरे इल्युशीन 1आई-76 सैन्य परिवहन विमान को बिला सेरकवा के निकट मार गिराया गया। यह स्थान राजधानी कीव से 85 किलोमीटर दक्षिण में है। यूक्रेन में जमीनी हकीकत पर निगाह रखने वाले दो अमेरिकी अधिकारियों ने यह जानकारी दी। शुक्रवार को यूक्रेन की सेना ने कहा था कि उसने रूस के सैन्य परिवहन विमान को मार गिराया है।
सेना के जनरल स्टॉफ की ओर से जारी बयान के अनुसार पहले 1आई-76 भारी परिवहन विमान को कीव के दक्षिण में स्थित शहर वासेकीव के निकट मार गिराया गया। रूस की सेना ने इस पर कोई टिप्पणी नहीं की है और खबर की तत्काल पुष्टि नहीं हो सकी है।
जेलेंस्की ने कीव छोड़ने के अमेरिका के प्रस्ताव को खारिज किया
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की को अमेरिकी सरकार ने राजधानी कीव से निकलने को कहा था, लेकिन जेलेंस्की ने इससे इनकार कर दिया। अमेरिका के खुफिया विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि यूक्रेनी राष्ट्रपति ने कहा,‘‘ यहां युद्ध चल रहा है। मुझे गोला बारूद चाहिए, यात्रा नहीं।’’ अधिकारी ने जेलेंस्की को जोशीला व्यक्ति बताया।
अमेरिका ने पुतिन, रूसी विदेश मंत्री लावरोव पर प्रतिबंध लगाए
अमेरिका ने एक असाधारण कदम उठाते हुए रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और विदेश मंत्री सर्गेइ लावरोव पर प्रतिबंध लगाए और उन्हें यूक्रेन पर ‘‘बिना उकसावे के और गैरकानूनी रूप से’’ हमला करने के लिए ‘‘सीधे तौर पर जिम्मेदार’’ ठहराया। अमेरिका के वित्त विभाग ने एक बयान में कहा कि अमेरिका के ये ताजा प्रतिबंध उन कार्रवाइयों से संबद्ध हैं जिसके तहत अमेरिका और उसके साझेदारों ने इस सप्ताह मॉस्को के सबसे बड़े वित्तीय संस्थानों के खिलाफ प्रतिबंधों समेत रूस की वित्तीय प्रणाली के अहम ढांचे को निशाना बनाया था।
शुक्रवार को जारी बयान के अनुसार, अमेरिका ने अपने सहयोगियों तथा साझेदारों के साथ मिलकर पुतिन तथा लावरोव पर प्रतिबंध लगाकर यूक्रेन पर रूस द्वारा ‘‘अनुचित, बिना उकसावे के और पूर्व नियोजित’’ हमले की बलपूर्वक प्रतिक्रिया देना जारी रखा है। रूस की सुरक्षा परिषद के अन्य सदस्यों पर भी प्रतिबंध लगाए गए हैं। इसमें कहा गया है कि पुतिन और लावरोव ‘‘लोकतांत्रिक रूप से संप्रभु देश यूक्रेन पर रूस द्वारा बिना उकसावे के और गैरकानूनी तरीके से हमला करने के लिए सीधे तौर पर जिम्मेदार’’ हैं।