उद्धव ठाकरे के इस्तीफे के बाद मुंबई में देवेंद्र फडणवीस के सागर बंगले पर भाजपा विधायक दल की बैठक हो रही है। शिवसेना के बागी गुट के नेता एकनाथ शिंदे भी आज मुंबई पहुंचेंगे। शिंदे मुंबई लौटने को लेकर सुरक्षा के काफी सख्त इंतजाम किए गए हैं।
जानकारी के मुताबिक शिंदे गोवा से मुंबई के लिए निकल चुके हैं। सामने आई जानकारी के मुताबिक शिंदे गोवा से मुंबई 49 विधायकों का समर्थन पत्र लेकर आ रहे हैं। वहीं अन्य बागी विधायक गोवा में ही हैं।
शिवसेना के बागी गुट के नेता एकनाथ शिंदे ने कहा है कि मंत्रिमंडल को लेकर अफवाहों पर ध्यान न दें। उन्होंने कहा कि कौन और कितने मंत्री पद होंगे, इसपर बीजेपी से अभी तक कोई चर्चा नहीं हुई है। इसपर जल्द ही चर्चा होगी। तब तक किसी भी मंत्रिस्तरीय सूचियों और इसके बारे में अफवाहों पर विश्वास न करें।
शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि कल(29 जून को) जब उद्धव ठाकरे ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दिया तो हम सब भावुक हो गए। उन्होंने कहा कि उद्धव ठाकरे पर सभी का है भरोसा। उन्हें हर जाति और धर्म के लोगों का समर्थन मिलता है। सोनिया गांधी और शरद पवार को उन पर भरोसा है।
राउत ने कहा कि शिवसेना सत्ता के लिए पैदा नहीं हुई है, सत्ता शिवसेना के लिए पैदा हुई है। यह हमेशा से बालासाहेब ठाकरे का मंत्र रहा है। हम काम करेंगे और एक बार फिर अपने दम पर सत्ता में आएंगे।
महाराष्ट्र के सियासी संग्राम के बीच शिवसेना राज्य में दूसरे से पांचवे नंबर की पार्टी हो गई है। दरअसल राज्य के विधानसभा चुनाव के जब नतीजे आए थे तो शिवसेना भाजपा के बाद दूसरी सबसे बड़ी पार्टी थी। लेकिन ढाई साल बाद अब शिवसेना के सिर्फ 16 विधायक बचे हैं। दरअसल शिवसेना के 39 विधायकों ने अपना एकनाथ शिंदे की अगुवाई में अपना अलग गुट बना लिया है।
ऐसे में मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद उद्धव ठाकरे की शिवसेना पार्टी को मुख्य विरोधी नेता यानी विधानसभा का नेता प्रतिपक्ष पद भी नहीं मिल पायेगा। संख्या बल के हिसाब से देखें तो महाराष्ट्र विधानसभा में अब नेता प्रतिपक्ष की सीट एनसीपी के खाते में जाएगी।
गौरतलब है कि महाराष्ट्र विधानसभा में सबसे बड़ी पार्टी भाजपा है, जिसके पास 106 विधायक हैं, वहीं दूसरे नंबर पर एनसीपी(54 विधायक), तीसरे नंबर पर कांग्रेस(44 विधायक), चौथे नंबर का गुट एकनाथ शिंदे गुट(39 विधायक) और पांचवे नंबर का दल शिवसेना है जिसे पास 16 विधायक बचे हैं।