नागरिक उडयन मंत्रालय की ओर से सिख यात्रियों को बड़ी राहत दी गई है। दरअसल अब सिख यात्री विमान में कृपाण (Kirpan) के साथ सफर कर सकेंगे। इसके लिए नागरिक उड्डयन मंत्रालय की तरफ से दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। मंत्रालय की तरफ से जारी दिशा-निर्देशों में कृपाण के ब्लेड की लंबाई को लेकर भी खास गाइडलाइन बताई गई है। नागरिक उड्यन मंत्रालय की ओर से जारी दिशा निर्देशों को लेकर भारतीय जनता पार्टी ( BJP ) के नेता मनजिंदर सिरसा ने भी इस राहत पर ट्वीट भी किया है।
इस आकार की रख सकेंगे कृपाण
सिविल एविएशन मिनिस्ट्री को ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक सिख यात्री विमान में 15.24 सेंटीमीटर से अधिक साइज की ब्लेड वाली कृपाण नहीं रख सकेंगे। इसके साथ ही कृपाण की कुल लंबाई 22.86 सेंटीमीटर से ज्यादा नहीं होनी चाहिए।
मंत्रालय ने कहा है कि सिख यात्रियों को यह मंजूरी सिर्फ घरेलू टर्मिनलों से संचालित होने वाले भारतीय विमानों में यात्रा करने के लिए मिली है।
मनजीत सिंह सिरसा ने किया ट्वीट
बीजेपी नेता मनजीत सिंह सिरसा ने ट्वीट करते हुए कहा, ‘सिख यात्रियों और कर्मियों को ड्यूटी के दौरान हवाई सफर में कृपाण ले जाने की पाबंदी हटा दी है। सिख कर्मी और यात्री अब कृपाण को भारतीय एयरपोर्ट पर ले जा सकते हैं।’
उन्होंने इसके लिए पीएम नरेंद्र मोदी और केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को तुरंत कार्रवाई के ललिए धन्यवाद भी दिया।
बता दें कि हाल में शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष हरजिंदर सिंह धामी ने भारत के एयरपोर्ट पर काम करने वाले सिख कर्मचारियों को कृपाण पहनने पर पाबंदी लगाने का सख्त नोटिस लिया था।
उन्होंने कहा था कि सरकार की ओर से हाल में ही जारी किए नोटिफिकेशन में सिख कर्मचारियों को एयरपोर्ट के अंदर कृपाण को पहन कर जाने से रोकना सिख पंथ के साथ धक्केशाही है।
सरकार के फैसले की हुई थी निंदा
बता दें कि एयरपोरर्ट में सिख यात्रियों को कृपाण लेकर प्रवेश ना देने के सरकार के फैसले की काफी निंदा की गई थी। सरकार के फैसले पर एडवोकेट धामी ने भारत सरकार के नागरिक उड्डयन मंत्री को पत्र भी भेजा था।
इस पत्र में सरकार के नोटिफिकेशन की सख्त शब्दों में निदा करते हुए एतराज जताया गया। उन्होंने कहा था कि यह फैसला तुरंत वापिस लिया जाना चाहिए।
यही नहीं उन्होंने ये भी कहा कि यह अपने ही देश में सिखों की धार्मिक आजादी पर बड़ा हमला है, इसे किसी भी कीमत पर लागू नहीं होने दिया जाएगा।