कर्नाटक के शिवमोगा में बजरंग दल के एक 26 वर्षीय कार्यकर्ता हर्षा की चाकू से गोदकर हत्या के बाद इलाके में तनाव है। इस हत्या को कर्नाटक में जारी हिजाब विवाद से भी जोड़कर देखा जा रहा है। पुलिस का कहना है कि उनको कुछ सुराग हाथ लगे हैं। पुलिस ने इस हत्या में 4-5 लोगों के शामिल होने की आशंका जताई है। वहीं, इसको लेकर राजनीति गरमाई हुई है। कांग्रेस ने शिवमोगा से ताल्लुक रखने वाले गृह मंत्री अरागा ज्ञानेंद्र और मंत्री के एस ईश्वरप्पा से इस्तीफा मांगा है।
कर्नाटक के पूर्व सीएम और जेडीएस नेता एचडी कुमारस्वामी ने कहा कि उन्होंने पहले ही चेताया था कि ऐसी घटना हो सकती है। उन्होंने कहा, “पिछले हफ्ते, मैंने कहा था कि ऐसा हो सकता है, अब एक युवक की हत्या कर दी गई। कांग्रेस और भाजपा अब खुश हो सकते हैं क्योंकि उन्होंने राज्य की शांति को भंग कर दिया है।”
बजरंग दल के कार्यकर्ता की हत्या के मामले पर विपक्ष के नेता सिद्धारमैया ने कहा कि सरकार को हत्यारों का पता लगाना चाहिए और सख्त कार्रवाई करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि गृह मंत्री को नैतिक आधार पर इस्तीफा देना चाहिए क्योंकि हत्या उनके गृह जिले में हुई है
वहीं, कर्नाटक के मंत्री ईश्वरप्पा ने कांग्रेस पार्टी पर हत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाया। ईश्वरप्पा ने कहा, “शिवमोगा में हमारी पार्टी के एक अच्छे कार्यकर्ता की हत्या कर दी गई है। यह मुस्लिम गुंडों ने किया है। शिवमोगा में मुस्लिम गुंडों का इतना हौसला कभी नहीं था और ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।” मंत्री ने दावा किया कि हत्या राज्य कांग्रेस प्रमुख शिवकुमार के भड़काऊ बयानों के कारण हुई है।
मंत्री के आरोपों पर डीके शिवकुमार ने क्या कहा
दरअसल, राष्ट्रीय ध्वज का अपमान करने को लेकर ग्रामीण विकास मंत्री ईश्वरप्पा के इस्तीफे की मांग करने की मुहिम में कांग्रेस अध्यक्ष डीके शिवकुमार आगे रहे हैं। कर्नाटक के मंत्री ने पहले कहा था कि भगवा झंडा भविष्य में राष्ट्रीय ध्वज बन सकता है। वहीं, डीके शिवकुमार ने ईश्वरप्पा के आरोपों पर जवाब देते हुए कहा, “वे हमलावरों का पता लगाएं और अगर मैं इसमें शामिल हूं तो मेरा नाम भी जोड़ दें।”
वहीं, हर्षा की हत्या के मामले में मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने इलाके के लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है और कहा है कि संदिग्धों को जल्द ही पकड़ा जाएगा। उन्होंने कहा, “हर्षा नाम के एक युवक की चाकू से गोदकर हत्या की गई है। वह हमारे संगठन का कार्यकर्ता है। इस मामले में जांच शुरू हो गई है। कई सुराग मिले हैं, इसकी सूचना मुझे दी गई है। हमें विश्वास है कि जल्द ही संदिग्धों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।”
हालांकि, मुख्यमंत्री ने ईश्वरप्पा के बयानों पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया और कहा कि वे जांच के निष्कर्षों का इंतजार करेंगे। वहीं, गृह मंत्री अरागा ज्ञानेंद्र ने कहा, “हम जानते हैं कि हत्या के पीछे कौन है और उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा। घटना में चार से पांच लोग शामिल हैं। हम स्पष्ट संदेश देंगे कि ऐसी घटनाओं से सख्ती से निपटा जाएगा। ऐसी जानकारी है कि पीड़ित के खिलाफ भी कुछ मामले हैं। ”
आगजनी और पथराव की घटनाएं
हर्षा के शव को सरकारी अस्पताल से उसके घर ले जाने के दौरान बड़ी संख्या में हिंदू संगठन के कार्यकर्ता भी साथ थे। वहीं, बजरंग दल के कार्यकर्ता की हत्या के बाद शिवमोगा में आगजनी और पथराव की कुछ घटनाएं हुईं हैं। हर्षा की हत्या का मामला सामने आने के बाद कुछ जगहों पर विरोध प्रदर्शन हुए, व्यावसायिक प्रतिष्ठानों पर बाइकों को आग लगा दी गई और पथराव किया गया।