Nepal Plane Crash : नेपाल सेना को सोमवार को बड़ी कामयाबी मिली है। सेना ने आज उस स्थान का पता लगाया जहां रविवार को एक नेपाली निजी एयरलाइंस का विमान दुर्घटनाग्रस्त हुआ था। नेपाल सेना के प्रवक्ता ने एक ट्वीट में कहा, खोज और बचाव दल ने विमान दुर्घटना स्थल का पता लगा लिया है। तारा एयर का 9 NAET जुड़वां इंजन वाला विमान, जिसमें चार भारतीयों सहित 22 लोग सवार थे, रविवार की सुबह पहाड़ी जिले में लापता होने के कुछ घंटे बाद मस्टैंग जिले के कोवांग गांव में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। तारा एयर के इस विमान में महाराष्ट्र के ठाणे निवासी एक परिवार के चार सदस्य भी शामिल हैं।
शवों की खोजबीन जारी
नेपाल सेना को आज तलाशी अभियान में विमान का मलबा मिल गया है। शवों की खोजबीन की जा रही है। स्थानीय मीडिया रिपोर्ट में नेपाल सेना के मेजर जनरल बाबूराम श्रेष्ठ के हवाले से बताया गया था कि विमान का पता लगा लिया गया है। हालांकि, विमान में सवार यात्रियों और चालक दल के सदस्यों का क्या हुआ, इसकी जानकारी नहीं दी गयी है।
बर्फबारी के कारण रोकना पड़ा सर्च अभियान
नेपाल सेना ने पहले कहा था कि तारा एयर के विमान की तलाशी के लिए बचाव प्रयास फिर से शुरू किया गया। कल मस्टैंग जिले में बर्फबारी होने के कारण दुर्घटनाग्रस्त विमान की तलाश में काफी परेशान हुई। इस सर्च अभियान में तैनात सभी हेलीकॉप्टरों को बर्फबारी के कारण बंद करना पड़ा था। त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के महाप्रबंधक प्रेमनाथ ठाकुर ने कहा, संभावित हवाई दुर्घटना स्थल पर बर्फबारी के कारण, आज के लिए खोज और बचाव अभियान बंद कर दिया गया है। खोज और बचाव कार्यों के लिए तैनात सभी हेलीकॉप्टरों को वापस अपने ठिकानों पर बुला लिया गया ।
4 भारतीय भी थे विमान में सवार
विमानन कंपनी ‘तारा एयर’ के प्रवक्ता ने बताया कि इसमें 4 भारतीय, 2 जर्मन और 13 नेपाली यात्री और चालक दल के तीन नेपाली सदस्य सवार थे। इस विमान ने कल सुबह 9.55 पर पोखरा से उड़ान भरी और इसके इसको 10.15 पर उतरना था। लेकिन पोखरा-जोमसोम हवाई मार्ग पर घोरेपानी के पास संपर्क टूट गया था। इस विमान में महाराष्ट्र के ठाणे के एक परिवार के चार लोग भी सवार थे। जिनके नाम अशोक कुमार त्रिपाठी, उनकी पत्नी वैभवी बांडेकर (त्रिपाठी) और उनके बच्चों धनुष त्रिपाठी व ऋतिका त्रिपाठी है।