कांग्रेस नेता और पूर्व लोकसभा सांसद राहुल गांधी ने शुक्रवार को नॉर्थ कैंपस में दिल्ली विश्वविद्यालय के पोस्ट ग्रेजुएट मेन्स हॉस्टल का दौरा किया और छात्रों से बातचीत की। उन्होंने छात्रों के साथ खाना भी खाया।
डीयू के पीजी मेन्स हॉस्टल में छात्रों से मिले राहुल गांधी
कांग्रेस नेता राहुल गांधी शुक्रवार (5 मई) को दिल्ली विश्वविद्यालय के पीजी मेन्स हॉस्टल पहुंचे, जहां वह छात्रों से मिले और उनसे बातचीत भी की। राहुल गांधी ने अमेरिका जाने से पहले एक साल के लिए डीयू के सेंट स्टीफेंस कॉलेज में अध्ययन किया था। डीयू के पीजी मेन्स हॉस्टल में राहुल छात्रों से मिले और उनके साथ भोजन किया। वह दोपहर 2 बजे के बाद कैंपस पहुंचे और वहां एक घंटा बिताया।
राहुल गांधी से मिलने वाले कुछ छात्रों में से एक कला संकाय से पीएचडी प्रथम वर्ष के छात्र देवेश कुमार ने बताया, “राहुल गांधी हमारे छात्रावास गए और हमारे साथ दोपहर का भोजन किया। हमने रोजगार और बेरोजगारी से संबंधित मुद्दों के साथ-साथ उन मुद्दों पर भी चर्चा की, जिनका हम विश्वविद्यालय के छात्रावास में सामना कर रहे हैं।”
दिल्ली में UPSC की तैयारी करने वाले छात्रों से मिले थे राहुल
इससे पहले पिछले महीने गांधी ने दिल्ली विश्वविद्यालय नॉर्थ कैंपस के करीब मुखर्जी नगर में संघ लोक सेवा आयोग और कर्मचारी चयन आयोग की परीक्षाओं की तैयारी कर रहे छात्रों से बातचीत की थी। मुखर्जी नगर में राहुल को छात्रों के साथ सड़क किनारे एक कुर्सी पर बैठे देखा गया था और उन्होंने उनसे उनकी उम्मीदों और अनुभवों के बारे में पूछा था।
राहुल गांधी ने पुरानी दिल्ली में जामा मस्जिद क्षेत्र और बंगाली बाजार का भी दौरा किया था और इन क्षेत्रों के लोकप्रिय व्यंजनों का लुत्फ भी उठाया था। गांधी ने जामा मस्जिद क्षेत्र में एक प्रसिद्ध शरबत विक्रेता से मुलाकात की थी। इस दौरान उन्होंने बंगाली मार्केट में नाथू स्वीट्स में गोलगप्पों का स्वाद चखा था।
पहलवानों के प्रदर्शन पर राहुल का ट्वीट
वहीं, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने जंतर मंतर पर प्रदर्शन कर रहे पहलवानों और पुलिस के बीच कथित तौर पर हाथापाई होने की घटना को लेकर बृहस्पतिवार को कहा था कि देश के खिलाड़ियों के साथ यह व्यवहार शर्मनाक है और ‘बेटी बचाओ’ का नारा सिर्फ ढोंग है। उन्होंने ट्वीट किया था, “देश के खिलाड़ियों के साथ ऐसा बर्ताव बहुत ही शर्मनाक है। बेटी बचाओ’ का नारा बस ढोंग है! असल में भाजपा भारत की बेटियों पर अत्याचार करने में कभी पीछे नहीं रही है।”