पंजाब के किसान संगठनों (Farmer Organizations) ने आगामी विधानसभा चुनावों में अपने हाथ आजमाने का फैसला किया है. संगठनों ने संयुक्त समाज मोर्चा (Sanyukt Samaj Morcha) नाम से एक चुनावी संगठन चंडीगढ़ में लॉन्च करते हुए इसकी जानकारी दी. सूत्रों के मुताबिक, किसान मोर्चा सभी 117 सीटों पर विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए पूरी तरह से तैयार है. करीब 22 किसान संगठनों ने पंजाब चुनाव में उतरने का निर्णय किया है.
इस मोर्चे के प्रमुख चंडीगढ़ में किसान नेता बलबीर सिंह राजेवाल होंगे. एक बयान में राजेवाल ने कहा, ‘पंजाब विधानसभा चुनाव (Punjab Assembly Elections 2022) लड़ने के लिए एक नया ‘संयुक्त समाज मोर्चा’ बनाया गया है. 22 यूनियनों ने मिलकर यह फैसला लिया है. हमें व्यवस्था बदलने की जरूरत है. हम लोगों से इस मोर्चा का समर्थन करने की अपील करते हैं.’जबकि 7 संगठन ऐसे भी हैं, जिन्होंने चुनाव से दूरी बनाने का फैसला किया है. इनमें से एक जय किसान आंदोलन भी है. इस संगठन ने कहा है कि वह किसान संगठनों द्वारा SKM के नाम से चुनावी मोर्चा गठन के विचार का समर्थक नहीं है और न ही किसी ऐसे प्रयोग का हिस्सा बनेगा.
इससे पहले, 32 किसान संगठनों ने 18 दिसंबर को कहा था कि वो राज्य के आगामी विधानसभा चुनाव (Assembly Election) में किसी भी पार्टी का समर्थन नहीं करेंगे और ना ही चुनाव में हिस्सा नहीं लेंगे. ये किसान संगठन केंद्र के कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन का नेतृत्व करने वाले संयुक्त किसान मोर्चा में शामिल थे. लुधियाना से करीब 20 किलोमीटर दूर मुल्लांपुर दाखा में एक संयुक्त बैठक में चुनाव में किसी राजनीतिक दल का समर्थन नहीं करने या चुनाव में भाग नहीं लेने फैसला लिया गया था.
सभी राजनीतिक दलों ने चुनाव के लिए कसी कमर
पंजाब में 117 सीटों पर चुनाव को देखते हुए सभी दलों ने कमर कस ली है. सभी दलों की ओर से मतदाताओं को अपने पक्ष में करने के लिए अभी से ही तरह-तरह के अभियान चलाए जा रहे हैं और ताबड़तोड़ रैलियां की जा रही हैं.