जिले की पुलिस ने ऑनलाइन ठगी करने वाले अंतरराज्यीय गिरोह के 22 शातिर ठगों को कोलकाता से पकड़ा है। इस संबंध में पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार पुसौर के महलोई गांव निवासी आदित्य मिश्रा ने बीते 8 सितंबर को ऑनलाइन ठगी का शिकार होने की शिकायत पुलिस को दी थी। इसमें बताया गया कि बीते अगस्त में 3 अलग-अलग मोबाइल नंबरों से अज्ञात व्यक्ति ने कॉल कर गांव में एयरटेल कंपनी का टावर लगाने के संबंध में चर्चा कर घर व प्लाट किराये पर लेने की बात की थी।
साथ ही घर व प्लाट के एवज में प्रति माह 15,000 रुपए किराया व बोनस तौर पर 15 लाख रुपए एक साथ देने का लालच दिया था। ऐसा कहकर ठगों ने एक लाख 82 हजार 460 रुपए जमा कराकर धोखाधड़ी की। मामले की विवेचना के दौरान कोलकाता से इसका कनेक्शन जुड़े होने के संकेत मिले। ऐसे में 6 संदिग्ध मोबाइल नंबर धारकों की पतासाजी के लिए पुलिस टीम पश्चिम बंगाल रवाना हुई। पुलिस टीम ने कोलकाता पुलिस की मदद से जोरासांकी मेट्रो गेट पर रेड की। वहां आरोपी शमसूद हुसैन (19 साल) निवासी बेलगछिया रोड कोतकाता को हिरासत में लिया। उससे पूछताछ में यह खुलासा हुआ कि उसका गैंग पूरे देश में लोगों को मोबाइल टावर लगाने के नाम पर कॉल कर ठगता हैं।
सभी के अलग-अलग काम : गैंग में सभी का अलग-अलग काम बंटा है। ऑफिस में मैनेजर- गोपाल कंडार और दीपिका मंडल व टीम लीडर बीना साव उर्फ डाली, मधु यादव, जूली सिंह, स्नेहा पाल, पूजा राय है। उनके साथ राम कुमार साव, पूजा सिंह, विशाल सेठ, पिंकी राजभर, पूजा पासवान, पूजा शर्मा, रिंकी साव, इंद्रोजीत दास, पूजा दास, अंकु गुप्ता, अनिल शाह, कामिनी पोद्दार, प्रियंका चौधरी, रोहित साव ठगी करने में माहिर हैं।