बिहार के मोतिहारी से एक बड़े हादसे की खबर सामने आई है। यहां ईंट-भट्ठे के एक चिमनी में ब्लास्ट हो गया। जिससे चिमनी मालिक के साथ-साथ 8 मजदूर मलबे में दबकर मर गए। इस हादसे में कई लोग जख्मी भी हो गए। अभी तक 15 घायल लोगों को इलाज के लिए अस्पताल में ले जाया गया है।
यह हादसा शुक्रवार देर शाम हुआ। ब्लास्ट की जानकारी मिलने पर स्थानीय पुलिस ने राहत-बचाव कार्य शुरू किया था। हालांकि देर रात कोहरा घिरने के बाद अभियान को रोकना पड़ा। शनिवार सुबह फिर से राहत-बचाव कार्य शुरू किया गया है। जिसके बाद मलब से एक और शव निकाला गया। हादसे में अभी भी 10 लोगों के लापता होने की बात कही जा रही है। ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि मृतकों की संख्या बढ़ सकती है। इधर हादसे की जानकारी मिलने के बाद पीएम मोदी ने शोक जताते हुए मृतकों के परिजनों के राहत राशि का ऐलान किया। दूसरी ओर मुख्यमंत्री घटना पर केवल शोक जता कर रह गए। उन्होंने कोई राहत राशि का ऐलान नहीं किया।
रामगढ़वा के चंपापुर नरीरगीर के पास हुआ हादसा
घटना के संबंध में बताया गया कि मोतिहारी के रामगढ़वा थाना क्षेत्र के चंपापुर नरीरगीर के पास स्थित ईंट भट्टे की चिमनी का ऊपरी भाग फट कर गिर गया। इसके मलबे में 30 से अधिक लोग दब गए। हादसे के मलबे में कई लोगों के अब भी दबे होने की आशंका है। उन्हें निकालने के लिए रेस्क्यू काम फिर से शुरू किया गया है। शुक्रवार देर रात कोहरा ज्यादा होने के कारण राहत और बचाव कार्य बंद करना पड़ा था।
मरने वालों में यूपी के लोग भी शामिल
मरने वालों में चिमनी मालिक समेत स्थानीय व उत्तर प्रदेश के निवासी शामिल हैं। देर रात तक चले रेस्क्यू ऑपरेशन में 16 घायलों को निकाल कर अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। घटना के बाद से ही रक्सौल एसडीपीओ, रामगढ़ावा थानाध्यक्ष इंद्रजीत पासवान, रामगढ़वा बीडीओ, सीओ घटनास्थल पर कैंप कर रहे हैं।
चिमनी शुरू होने की खुशी मातम में बदली
स्थानीय लोगों ने बताया कि शुक्रवार शाम इस सीजन में पहली बार चिमनी को शुरू किया गया था। मालिक की मौजूदगी में आग फूंकी गई थी। इसको लेकर वहां पार्टी रखी गई थी। इसमें शामिल होने के लिए काफी लोग आए थे। चिमनी से धुआं निकलने के बाद सभी काफी खुश थे। अचानक शाम 4:30 बजे जोर की आवाज हुई और चिमनी का बामा (ऊपरी हिस्सा) आधे से टूट कर गिर गया। जिसके बाद चिमनी शुरू होने की खुशी मातम में बदल गई।
मरने वालों में मालिक समेत ये लोग शामिल
मरने वालों में चिमनी मालिक पार्टनर 35 वर्षीय इरशाद के अलावा दीपक कुमार, बुधाई लाल, सुभाष कुमार, इलियास अहमद, 25 वर्षीय अनिल बैठा, 50 वर्षीय बन्नू मियां और 25 वर्षीय साजिद मियां सहित अन्य शामिल है। ब्लास्ट के पीछे पाइप में लकड़ी अधिक जलाने से धुआं का प्रेशर बढ़ना बताया जा रहा है। लोगों ने बताया कि भट्ठा में जैसे आग लगाई गई उसके घंटे भर बीतने के बाद चिमनी का ऊपरी हिस्सा लगभग 50 फीट भरभरा कर नीचे गिरने लगा।
मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख, घायलों को 50 हजार की राहत राशि
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार के मोतिहारी में ईंट भट्टे पर हुए चिमनी हादसे पर दुख जताते हुए इस दुर्घटना में मारे गए लोगों के परिजनों के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त की है। इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने इस घटना में घायल हुए लोगों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हुए मुआवजे की भी घोषणा की है। प्रधानमंत्री ने चिमनी हादसे में जान गंवाने वाले प्रत्येक मृतक के परिजन को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से दो लाख रुपये और प्रत्येक घायल को पचास हजार रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की है।