Monkeypox: केरल में सामने आया पांचवां केस, अब तक कुल 8 मामले, बेंगलुरु ने जारी की गाइडलाइन

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कोरोना और ओमीक्रोन के बाद देश भर में तेजी से पांव पसार रहे मंकीपॉक्स को लेकर लोगों की बेचैनी बढ़ती जा रही है। कर्नाटक के स्वास्थ्य विभाग ने सोमवार को एक सर्कुलर जारी कर बृहत बेंगलुरु महानगर पालिका (बीबीएमपी) और जिला प्रशासन से मंकीपॉक्स रोग के प्रसार को रोकने के लिए निगरानी बढ़ाने को कहा। इस बीच केरल के मलप्पुरम जिले से मंकीपॉक्स का एक और मामला दर्ज किया गया है। साथ ही दिल्ली में भी एक मामला मिला है। इससे देश भर में इस तरह के संक्रमणों की संख्या आठ हो गई। केरल में यह पांचवां मामला है।

एक की मौत- केरल में मंकीपॉक्स से एक व्यक्ति की मौत भी हो चुकी है। केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने कहा- “संक्रमित व्यक्ति ( 30) संयुक्त अरब अमीरात से 27 जुलाई को कोझीकोड हवाई अड्डे पर पहुंचा था। उसका मलप्पुरम में इलाज चल रहा है। उसके संपर्क में आए चार लोगों को निगरानी में रखा गया है।” केरल में 14 जुलाई को भारत का पहला मंकीपॉक्स मामला दर्ज किया गया था। पिछले शनिवार (30 जुलाई 2022) को 22 वर्षीय एक युवक की मौत हो गई। वह मंकीपॉक्स की जांच में पॉजीटिव पाया गया था।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री बोले- सरकार सतर्क और स्थिति से निपटने को है तैयार

मंकीपॉक्स के बढ़ते केसों पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ मनसुख मंडाविया ने मंगलवार को कहा कि सरकार स्थितियों पर नजर रखे हुई है और सतर्क है। भारत में मंकीपॉक्स का सातवां मामला दर्ज किए जाने के तुरंत बाद संसद में इस पर सदस्यों ने चिंता जताई थी। उन्होंने राज्य सभा में कहा, “जब दुनिया में इसके मामले सामने आने लगे, तो भारत ने पहले से ही तैयारी शुरू कर दी थी। केरल में पहले मामले से पहले हमने सभी राज्यों को दिशा-निर्देश जारी किए थे। हमने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सरकारों को लिखा है कि यात्रियों की स्क्रीनिंग रिपोर्ट भी हमें भेजी जाए।”

डॉ. मंडाविया ने कहा कि यह बीमारी “नई नहीं है”। “मंकीपॉक्स भारत और दुनिया में कोई नई बीमारी नहीं है। 1970 के बाद से दुनियाभर में अफ्रीका से बहुत सारे मामले देखने को मिल रहे हैं।” इस बीमारी का वायरस पहले मुख्य रूप से अफ्रीका तक ही सीमित था, लेकिन अब यह कम से कम 75 देशों और क्षेत्रों से रिपोर्ट की गई है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने हाल ही में सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल घोषित किया था। दुनिया में 22,000 से ज्यादा मामले दर्ज किए गए हैं।

अमेरिका में 6000 से ज्यादा केस, कई जगह स्वास्थ्य आपातकाल लगा

अमेरिका के कैलिफ़ोर्निया ने मंकीपॉक्स के बढ़ते प्रकोप के चलते आपातकाल की घोषणा कर दी है। इससे पहले न्यूयॉर्क और इलिनोइस ने आपातकाल की घोषणा की थी। कैलिफोर्निया की घोषणा इलिनोइस में सोमवार को सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल घोषित करने के बाद आई है।न्यूयॉर्क में शुक्रवार को राज्य आपदा आपातकाल की घोषणा की गई थी। अमेरिका में 48 राज्यों, वाशिंगटन डीसी और प्यूर्टो रिको में मंकीपॉक्स के लगभग 6,000 मामले दर्ज किए हैं।

उधर, बेंगलुरू में स्वास्थ्य आयुक्त रणदीप डी ने सभी जिलों के अफसरों को भेजे निर्देश में कहा है, “जिला प्रशासन और बीबीएमपी मंकीपॉक्स निगरानी की तैयारियां तेजी से करें। संदिग्ध और पुष्ट मामलों के लिए जिला स्तर पर नामित संस्थागत आइसोलेशन सुविधाएं उपलब्ध कराएं। सभी संदिग्ध मामलों का अनिवार्य संपर्क ट्रेसिंग किया जाना चाहिए।”

बृहत बेंगलुरु महानगर पालिक (बीबीएमपी) के दिशा-निर्देशों में कहा गया है कि पुष्ट मामलों के लिए कम से कम 21 दिन का अलगाव (Isolation) अनिवार्य होगा। पीड़ितों में संकेतों/लक्षणों का पता चलते के दिन से उनके संपर्क में आने वाले लोगों का अनिवार्य रूप से 21 दिनों तक निगरानी की जानी चाहिए। यदि लक्षण दिखाई देते हैं, तो उनका परीक्षण किया जाए और नमूने जांच के लिए भेजे जाएं।

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