पश्चिम बंगाल के हावड़ा स्थित पंचला बाजार में शनिवार सुबह एक बार फिर से पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच भिडंत हो गई। उपद्रवियों ने पुलिस पर पत्थर चलाये और फिर पुलिस ने उपद्रवियों को हटाने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े। प्रदर्शनकारी निलंबित बीजेपी प्रवक्ता नूपुर शर्मा के विवादित बयान को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। उपद्रवियों ने तोड़फोड़ और आगजनी की। इलाके में धारा 144 लागू होने के बावजूद प्रदर्शन करने के लिए प्रदर्शनकारी पहुंचे।
बंगाल में पिछले 2 दिनों से हुई हिंसा के लिए बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बीजेपी को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने ट्वीट कर लिखा, “जैसा कि मैं पहले भी कह चुकी हूं कि हावड़ा में पिछले दो दिनों से हिंसक घटनाएं हो रही हैं। इसके पीछे कुछ राजनीतिक दल हैं और वे दंगे कराना चाहते हैं। लेकिन इन्हें बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और उन सभी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। बीजेपी का गुनाह देश के लोग क्यों भुगते?”
वहीं ममता बनर्जी के बयान पर बीजेपी आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने एक समाचार चैनल से बात करते हुए कहा, “बंगाल में कानून व्यवस्था की स्थिति बदतर हो गई है। दंगाई ममता बनर्जी का वोट बैंक है। सरकार हिंसा करने वालों पर कार्रवाई क्यों नहीं कर रही है।”
शुक्रवार को भी सैकड़ों प्रदर्शनकारियों ने पश्चिम बंगाल के हावड़ा जिले में अलग-अलग स्थानों पर रेल की पटरियों को अवरूद्ध किया। वहीं राज्य सरकार ने ऐहतियाती कदम उठाते हुए हावड़ा जिले में शुक्रवार शाम को इंटरनेट सेवा स्थगित कर दिया। गृह एवं पर्वतीय मामलों के विभाग द्वारा जारी एक आदेश में कहा गया है कि सोमवार (13 जून 2022) सुबह छह बजे तक इंटरनेट बंद रहेगा। आदेश में कहा गया है कि वॉयस कॉल और एसएमएस सेवाएं जारी रहेंगी।
इस बीच शुक्रवार को ही राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने शांति की अपील करते हुए राज्य के मुख्य सचिव से कानून एवं व्यवस्था की स्थिति पर तत्काल जानकारी मांगी। उनके कार्यालय द्वारा ट्वीट करते हुए लिखा गया, “शांति की अपील करते हुए पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने मुख्य सचिव से राज्य में बिगड़ी कानून व्यवस्था की स्थिति पर आज रात दस बजे तक (10 जून 2022) तत्काल जानकारी मांगी है।