जनता दल (यूनाइटेड) नेत्री और पूर्व विधायक रहीं प्रेमा चौधरी ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। प्रेमा चौधरी ने सीएम नीतीश कुमार पर धोखा देने और महिलाओं को कमजोर समझने का आरोप लगाया। पूर्व विधायक का आरोप है कि सीएम नीतीश कुमार ने पिछले साल हुए विधानसभा चुनाव में उनको टिकट देने का वादा किया था लेकिन बाद में वे अपने वादे से मुकर गए।
नेत्री का कहना है कि उनको पार्टी में उपाध्यक्ष का पद दिए जाने की बात कही गयी थी लेकिन ऐसा नहीं किया गया। प्रेमा चौधरी ने साफ किया कि वे अगले महीने राष्ट्रीय जनता दल की सदस्यता ले लेंगी। उन्होंने मीडिया को बताया, ‘ मैं जदयू से इस्तीफा दे रही हूं और जल्द राष्ट्रीय जनता दल में शामिल हो जाऊंगी।’
पातेपुर की पूर्व विधायक प्रेमा चौधरी ने बताया कि विधानसभा चुनाव 2020 के पहले राष्ट्रीय जनता दल में रहते हुए उन्हें कुछ गलतफहमी हो गई थी। चौधरी को बताया गया था कि टिकट दूसरे को दिया जायेगा। इसके बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से संपर्क किया गया। मुख्यमंत्री के आश्वासन के बाद ही वे राजद छोड़कर जदयू में शामिल हुई थीं।
प्रेमा चौधरी ने मीडिया को बताया, ‘पातेपुर बीजेपी की सीट होने का हवाला देने के बाद भी सीएम ने मौजूदा विधायक को टिकट देने की बात कही थी। लेकिन बाद में साधारण महिला समझ कर मेरे साथ धोखा दिया गया।’
उन्होंने कहा कि जदयू को अपना समझा था, लेकिन यहां गैरों की तरह व्यवहार किया गया। उन्होंने कहा, ‘ जदयू से मैंने कुछ लिया नहीं। इसके बाद राजद ने मुझे अपना समझा और पार्टी ने बुलाया। अक्टूबर में राजद में शामिल होने का निर्णय लिया है।’
प्रेमा चौधरी ने जदयू पर आरोप लगाते हुए कहा कि पार्टी ने उनके लिए कोई लड़ाई भी नहीं लड़ी। पातेपुर विधानसभा सीट पर बीजेपी के प्रत्याशी ने चुनाव लड़ा। चौधरी ने कहा, ‘ पातेपुर से राजद प्रत्याशी की बड़ी हार हुई। मेरे रहते पातेपुर में राजद की इतनी बड़ी हार कभी नहीं हुई थी।’ वहीं, प्रेमा चौधरी ने अक्टूबर में अपने समर्थकों के साथ राजद में शामिल होने की घोषणा की है।
मालूम हो कि पूर्व विधायक प्रेमा चौधरी ने बीते विधानसभा चुनाव में भी अपमानित करने का आरोप लगाते हुए JDU का दामन थामा था, लेकिन अब प्रेमा चौधरी का पार्टी से मोहभंग हो गया है और वह फिर से अपने पुराने घर RJD में वापसी करने की तैयारी में हैं।
प्रेमा चौधरी ऐसा फैसला लेंगी इस बात का अंदाजा बीते 2 सितंबर को ही लग गया था। एक कार्यक्रम में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव के साथ वो मंच साझा करती नजर आईं थीं। सूत्रों की मानें तो प्रेमा चौधरी को उसी दिन मंच पर ही तेजस्वी ने घर लौट आने का आग्रह किया था। इस पर प्रेमा चौधरी ने सही वक्त पर लौटने की बात कही थी और अब घर वापसी का सही समय तय हो गया है।