हिमाचल प्रदेश के चंबा में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि पिछली सरकारों में सड़क, पानी और बिजली के मामले में भी पहाड़ी और आदिवासी क्षेत्रों का नंबर बाद में आता था. चंबावासियों से अपने आने में हुए विलंब के लिए माफी मांगते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि कुछ दिन पहले महाकाल की नगरी में था और आज मणि महेश के सानिध्य में आया हूं. अपनी सरकार की उपलब्धियों को गिनाते हुए पीएम ने कहा कि ‘पहाड़ का पानी और पहाड़ की जवानी काम नहीं आती इस कहावत को हमने बदला है. आपका जीवन आसान बनाने वाले इन सारे प्रोजेक्ट के लिए आपको बहुत-बहुत बधाई.’
पीएम मोदी ने कहा कि ‘जब देश के आजादी के 100 साल पूरे होंगे तब हिमाचल भी अपने स्थापना के 100 वर्ष पूरे कर रहा होगा. आने वाले दिन पूरे देश और हिमाचल वासियों के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं. हमने यहां शांता जी और धूमल जी को अपनी जिंदगी खपाते देखा है. पहले दिल्ली में हिमाचल के लिए धरने देने पड़ते थे, गुहार लगानी पड़ती थी, तब भी सुनवाई नहीं होती थी फाइल लटकती रहती थी. चम्बा जैसा प्राकृतिक रूप से समृद्ध क्षेत्र विकास से वंचित रह गया. सुविधाओं के आभाव में यहां रहने वालों का जीवन मुश्किल था.’
पीएम ने पिछली सरकारों पर साधा निशाना
पीएम ने कहा कि यहां आने की उत्सुकता तो बहुत थी, लेकिन यहां पहुंचना मुश्किल था. केरल की बच्ची जो हिंदी न जानती हो वो जब हिमाचल का गीत जाती है तो एक भारत और सर्वश्रेष्ठ भारत का मैसेज गया है. डबल इंजन की सरकार ने विकास को आगे बढ़ाया है. पहले सरकार सुविधा वहां देती थी, जहां मेहनत कम लगती थी और राजनीतिक लाभ ज्यादा मिल जाता था. सड़क बिजली पानी की सुविधाओं के लिए पहाड़ी क्षेत्र सबसे अंत में आता था, हमारी प्राथमिकता है, लोगों के जीवन को आसान बनाना है, इसलिए हम पहाड़ी क्षेत्रों का ज्यादा ध्यान दे रहे हैं.’
पीएम ने कहा कि ‘धूमल जी जब मुख्यमंत्री थे तब रात भर सोचते थे कैसे बिजली के चूल्हे घर घर पहुँचाऊं आज ये काम डबल इंजन की सरकार ने कर दिया है. चम्बा, लाहौल स्पीति और किन्नौर में 100 प्रतिशत हर घर नल और जल संभव हुआ है. स्वास्थ्य की हर सुविधा उपलब्ध है. आज आयुष्मान भारत योजना के तहत 5 लाख रुपये का इलाज मुफ्त मिल रहा है.’
आप ही मेरे हाईकमानः पीएम
सभा में मौजूद लोगों को संबोधित करते हुए पीएम ने कहा कि आप ही मेरे हाई कमान हैं और आप का आदेश भी सर्वोपरि है. उन्होंने कहा कि ‘हमारी सरकार ने एक अहम फैसला लिया है. सिरमौर के गिरिपार क्षेत्र के होती समुदाय को जनजातीय दर्जा देने का फैसला दिखाता है कि हमारी सरकार जनजातीय लोगों के विकास को कितना प्राथमिकता देती है.’