अंग्रेज़ी छत
झकझोर कर उठाना है उनको जो अंग्रेज़ी छत पर सोए हैं करके अवहेलना हिन्दी की माँ का नाम डूबोए हैं
क्या रह जाएगी भला भारत की पहचान हिन्दी के बिना कितना सूना होगा हिन्दुस्तान शिक्षा व्यापार की खेतों में भी अंग्रेज़ी मुनाफा बोए हैं झकझोर के उठाना है उनको जो अंग्रेजी छत पे सोए हैं
चश्मे उतार कर देखो दुनिया करवट समय भी बदल रहा जिनको लगता रूकी है रेल वहाँ हिन्दी का बस चल रहा गूगल फेसबुक ट्वीटर पर भी बस दिल में हिन्दी संजोए है अब उठ जाओ बहुत हुआ जो अंग्रेज़ी छत पर सोए हैं –
Rakhi Vishwakarma
Awaz Live Ranchi