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उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव के निर्देशों के बाद मरीजों को बेहतर उपचार के लिए सभी जिला अस्पतालों के लिए सात -दिन का कार्य दिया गया है. सात दिनों के भीतर जैविक कचरा प्रबंधन के व्यवस्था सुनिश्चित करने के अलावा, अस्पताल में सभी शौचालयों की रिपेयरिंग होना चाहिए. अस्पतालों के वार्ड, ओपीडी और शौचालयों में सफाई रखने का कार्य सौंपा गया है.
अस्पतालों का अंतराल मूल्यांकन कराया गया
उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव के निर्देश के बाद राज्य स्वास्थ्य समिति द्वारा सभी जिला अस्पतालों का अंतराल मूल्यांकन कराया गया. मंत्री के निर्देश के बाद जिला अस्पतालों को कहा गया है कि सात दिनों में जितने भी उपकरण खराब या बेकार पड़े हैं उन्हें चिह्नित करते हुए अलग कर लिया जाये. आवश्यक उपकरण की सूची तैयार कर उसकी खरीद की दिशा में कार्रवाई की जाये.
डॉक्टरों के रोस्टर ड्यूटी का चार्ट भी दिखाया गया
जिला अस्पतालों को निबंधन काउंटर की संख्या बढ़ाने का निर्देश दिया गया है जिससे मरीजों को लंबी लाइन में नहीं खड़ा होना पड़े. इसके अलावा अस्पतालों के दवा काउंटर की संख्या भी एक से अधिक करने का निर्देश दिया गया है. डॉक्टरों की रोस्टर ड्यूटी का चार्ट भी दिखाया गया जाना चाहिए.
705 डॉक्टर सात दिनों में ड्यूटी से मिले गायब
उपमुख्यमंत्री मंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव के निर्देश के बाद राज्य के सभी अस्पतालों और मेडिकल कॉलेज अस्पतालों के डॉक्टरों के ड्यूटी की जांच करायी गयी. पिछले एक सप्ताह में स्वास्थ्य विभाग स्तर से करायी गयी जांच में 705 डॉक्टर अपनी ड्यूटी से गायब पाये गये. ऐसे सभी डॉक्टरों के नाम और निबंधन संख्या के साथ विभाग ने गुरुवार को सूची जारी कर दी. साथ ही सभी चिकित्सकों से 28 सितंबर तक अनुपस्थिति को लेकर स्पष्टीकरण की मांग की गयी है.
28 सितंबर तक भेजना है
स्पष्टीकरण नहीं देने वाले चिकित्सकों के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी. स्वास्थ्य विभाग के अपर सचिव राम ईश्वर ने सभी चिकित्सकों का नाम सार्वजनिक करते हुए ड्यूटी से अनुपस्थित डॉक्टरों से स्पष्टीकरण विभागीय इ-मेल (e-mail) पर सचिव स्वास्थ्य विभाग के कोषांग को 28 सितंबर तक भेजना है.