बिहार के अररिया जिले में शुक्रवार सुबह एक दैनिक अखबार के पत्रकार को घर से बाहर बुलाकर बदमाशों ने गोली मार दी। पत्रकार विमल यादव की मौके पर ही मौत हो गई। पत्रकार विमल यादव एक अंडर ट्रायल मर्डर केस में मुख्य गवाह थे। हत्याकांड से आक्रोशित स्थानीय लोगों ने हमलावरों की जल्द गिरफ्तारी के लिए अररिया पुलिस से मांग की है।
विमल कुमार यादव की पत्नी पूजा देवी की आखों देखी- चार थे हमलावर
विमल कुमार यादव की पत्नी पूजा देवी ने हत्याकांड के बारे में बताया कि सुबह में घर के बाहर उनके पति के नाम की आवाज और दरवाजा खटखटाने की आवाज सुनकर वे दोनों ग्रिल खोलने के लिए मेन गेट पर आए थे। पति ने आगे जाकर गेट खोला। पूजा ने गोली की आवाज सुनी और विमल को सड़क पर खून से लथपथ होकर गिरते देखा। इसके बाद वह रोने- चिल्लाने लगी और आसपास के लोगों को मदद के लिए बुलाने लगी। इसके बाद पड़ोसियों को जुटते देखकर चारों हमलावर वहां से भाग निकले।
हत्याकांड के बाद विमल की पत्नी पूजा ने चिल्लाकर लोगों को बुलाया
अररिया जिले के रानीगंज थाना क्षेत्र के बेलसरा के हीरो शोरूम के पीछे स्थित घर पर जानलेवा हमले के बाद विमल कुमार यादव की पत्नी पूजा देवी ने चिल्लाकर आसपास के लोगों को बुलाया। घटना के बाद पूरे इलाके में सनसनी और दहशत फैल गई। विमल कुमार यादव अपनी पत्नी, एक बेटा और एक बेटी के साथ घर में रहते थे। हत्याकांड के बाद उनके परिजन सदमे में हैं। रो-रोकर सबका बुरा हाल है। पूजा देवी के रोने-चिल्लाने को सुनकर मौके पर पहुंचे पड़ोसियों ने रानीगंज थाना को गोलीबारी की सूचना दी।
रानीगंज थाना अध्यक्ष ने बताया- भाई के मर्डर केस में गवाह थे विमल
रानीगंज थाना अध्यक्ष कौशल कुमार ने बताया कि सूचना मिलने के बाद वह पुलिस टीम को साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने कहा कि विमल कुमार यादव खून से लथपथ हालत में पड़े थे। उनको रानीगंज रेफरल अस्पताल ले जाया गया। वहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। इसके बाद पोस्टमार्टम के लिए शव को अररिया सदर अस्पताल भेज दिया गया। अररिया के पुलिस अधीक्षक (SP) अशोक कुमार सिंह ने कहा कि शव को पोस्टमार्टम हो चुका है। हमलावरों को पकड़ने के लिए पुलिस लगातार कोशिश कर रही है।
जिले के पत्रकार बड़ी संख्या में जुटकर पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे। इसके बाद सभी पत्रकारों ने पुलिस अधिकारियों से इस मसले पर बातचीत करते हुए हत्यारों को जल्द गिरफ्तार करने की मांग की। ऐसा नहीं होने पर पत्रकारों की असुरक्षा को लेकर आंदोलन करने की चेतावनी भी दी।
दो साल पहले बदमाशों ने ऐसे ही की थी विमल के भाई की हत्या
पूजा देवी ने बताया कि बदमाशों ने दो साल पहले इसी तरह उनके देवर गब्बू यादव की भी सरेआम हत्या कर दी थी। अपने भाई के मर्डर केस में विमल कुमार यादव मुख्य गवाह थे। कोर्ट में केस का ट्रायल चल रहा था। उनके पति ने कोर्ट में गवाही भी दी थी। उनको आगे गवाही देने से रोकने के लिए बदमाश उन पर दबाव बना कर रहे थे। विमल कुमार यादव ने जान से मारने की धमकी को नजरअंदाज कर दिया था।